@शब्द दूत ब्यूरो (03 मार्च 2024)
महिलाओं को अपने जीवन में कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. बीते कुछ सालों से तो महिलाओ में पीसीओडी जैसी बीमारी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. खानपान की गलत आदतें और आराम तलब लाइफस्टाइल बीमारियों के बढ़ने का एक बड़ा कारण है. महिलाओं में पीरियड्स के समय पर न आना और पीरियड्स के दौरान सामान्य से ज्यादा ब्लीडिंग होना जैसी समस्या भी अब ज्यादा देखी जा रही है. कई मामलों में महिलाएं इन परेशानियों को नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन डॉक्टरोंं का कहना है कि पीरियड्स से संबंधित इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि ये लक्षण एंडोमेट्रियोसिस बीमारी के हो सकते हैं.
डॉक्टरों के मुताबिक, एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं के यूट्रस में होने वाली बीमारी है. इस बीमारी में महिलाओं के शरीर में एंडोमेट्रियल टिशू तेजी से बढ़ने लगते हैं. कई मामलों में तो टिश्यू गर्भाशय के बाहर भी तेजी से फैलने लगते हैं. ये ओवरी, आंतों और महिलाओं के रिप्रोडक्टिव ऑर्गन तक चले जाते हैं. ऐसी स्थिति महिलाओं के लिए जानलेवा हो सकती है. इसलिए पीरियड्स से संबंधित इन परेशानियों को हल्के में नहीं लेना चाहिए.
क्या होते हैं लक्षण
फोर्टिस हॉस्पिटल में स्त्री रोग विभाग में डायरेक्टर डॉ. नीमा शर्मा बताती हैं कि अगर महिलाओं में पीरियड्स समय पर नहीं आ रहे हैं, ब्लीडिंग ज्यादा हो रही है तो ये एंडोमेट्रियोसिस का एक लक्षण हो सकता है, लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हैवी ब्लीडिंग के सभी मामले आवश्यक रूप से एंडोमेट्रियोसिस से जुड़े नहीं होते हैं. हालांकि कुछ लक्षणों को महिलाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ऐसे मामलों में तुरंत डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए.
पैल्विक हिस्से में दर्द
पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग
पीरियड्स समय पर न आना
संभोग के दौरान बहुत तेज दर्द
पेशाब करते समय दर्द होाना
बचाव कैसे करें
ऐसी बीमरियों से बचाव के लिए अपने लाइफस्टाइल और खानपान को ठीक रखना जरूरी है, हालांकि अगर एक बार एंडोमेट्रियोसिस हो जाती है तो सर्जरी के माध्यम और दवाओं के साथ इसका इलाज किया जाता है. इस बीमारी का समय पर आसानी से इलाज हो सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि पीरियड्स से संबंधित कोई परेशानी अगर हो रही है तो तुरंत डॉक्टरों से सलाह लें.
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