उज्जैन । यहां बीते रोज तेजी आंधी तूफान के चलते महाकल लोक में सप्तर्षि की भव्य मूर्तियां नीचे गिर गईं, इस दौरान मूर्तियों के आस पास खड़े कुछ श्रद्धालु भी बाल-बाल बच गए।
महाकाल मंदिर में श्री महाकाल लोक का एक साल पहले ही निर्माण करवाया गया है। इसमें 850 करोड़ रुपए खर्च हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 11 अक्टूबर को महाकाल लोक का शुभारंभ किया था। और एक साल के अंदर ही तेज आंधी-तूफान में महाकाल लोक में स्थापित बड़ी-बड़ी मूर्तियां टूटकर गिरने लगी हैं। इसके बाद निर्माण को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
उज्जैन शहर में तेज आंधी तूफान और तेज हवा के जोर से महाकाल लोक परिसर में मौजूद 6 से 7 मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई। सप्तऋषि की कुछ मूर्तियां अपनी जगह से उखड़ कर नीचे आ गिरी, वही किसी मूर्ति का हाथ टूट गया, तो किसी का धड़ अलग हो गया। जिस समय तेज आंधी आई, वहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। तूफान आने से वहां अफरा-तफरी मच गई।
महाकाल लोक में किए गए गुणवत्ताहीन कार्यों की पोल खुल रही है।