कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के कोलकता में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर टीएमसी प्रमुख सीएम ममता बनर्जी समेत समूचे विपक्ष पर निशाना साधा है। साथ ही पीएम मोदी ने कोलकाता बंदरगाह न्यास की स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने पर कहा कि देश के तट विकास के प्रवेश द्वार हैं और हमारी सरकार ने संपर्क में सुधार करने के लिए सागरमाला कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि कोलकाता बंदरगाह न्यास का नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कानून रातों रात नहीं लाया गया। देश में इसको लेकर काफी चर्चा हुई, लेकिन इसको लेकर युवाओं में भ्रम फैलाया गया। उन्होंने कहा कि युवाओं के बीच इस कानून को लेकर फैले भ्रम को दूर करना हमारी जिम्मेदारी है। संशोधित नागरिकता कानून, नागरिकता लेने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है। पीएम ने कहा कि कुछ लोग इस पर भ्रम फैला रहे हैं।
पीएम मोदी ने बिना नाम लिए बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि इतनी स्पष्टता के बावजूद, कुछ लोग सिटिजनशिप अमेंडमेंट ऐक्ट को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। मुझे खुशी है कि आज का युवा ही ऐसे लोगों का भ्रम भी दूर कर रहा है।
पीएम ने कहा कि बंगाल के सपूत, डॉक्टर मुखर्जी ने देश में औद्योगीकरण की नींव रखी थी। चितरंजन लोकोमोटिव फैक्ट्री, हिन्दुस्तान एयरक्राफ्ट फैक्ट्री, सिंदरी फर्टिलाइज़र कारखाना और दामोदर वैली कॉर्पोरेशन, ऐसे अनेक बड़ी परियोजनाओं के विकास में डॉक्टर मुखर्जी का बहुत योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की, देश की इसी भावना को नमन करते हुए मैं कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम, भारत के औद्योगीकरण के प्रणेता, बंगाल के विकास का सपना लेकर जीने वाले और एक देश, एक विधान के लिए बलिदान देने वाले डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने की घोषणा करता हूं।