शब्द दूत ब्यूरो
पिथौरागढ़ /नई दिल्ली। उत्तराखंड में केबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद खाली हुई विधानसभा सीट पर भाजपा की चंद्रा पंत ने जीत हासिल कर ली है। श्रीमती चंद्रा पंत दिवंगत केबिनेट मंत्री प्रकाश पंत की पत्नी हैं। हालांकि सहानुभूति लहर के बावजूद उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी अंजू लुंठी से कड़ा संघर्ष करना पड़। अभी उनकी जीत की आधिकारिक घोषणा होनी है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की तीन और उत्तराखंड की एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में वोटों की आज गिनती हो रही है। पश्चिम बंगाल की कलियागंज और खड़गपुर सीट पर टीएमसी ने जीत दर्ज कर ली है, जबकि एक सीट पर पार्टी आगे चल रही है। बंगाल में कालियागंज और खड़गपुर सीट पर टीएमसी ने शानदार जीत दर्ज की है, वहीं करीमपुर में काउंटिंग जारी है। उत्तराखंड की पिथौरागढ़ सीट से बीजेपी उम्मीदवार आगे चल रही हैं और उनकी जीत लगभग तय है। बता दें कि पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों और पिथौरागढ़ सीट पर सोमवार को उपचुनाव हुए थे।
पश्चिम बंगाल की कलियागंज सीट से टीएमसी प्रत्याशी तपन देब सिंघा ने 2304 वोटों से अंतर से चुनाव जीत लिया है। खड़गपुर सदर सीट से टीएमसी कैंडिडेट प्रदीप सरकार ने 20,811 वोटों से जीते। खड़गपुर सदर का नतीजा बीजेपी के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि यह सीट बंगाल बीजेपी चीफ दिलीप घोष के सांसद बनने से खाली हुई थी। करीमपुर में टीएमसी प्रत्याशी बिमलेंदु सिन्हा रॉय 25541 वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं।
उत्तराखंड की पिथौरागढ़ सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला है। यहां बीजेपी की चंद्रा पंत दसवें राउंड के बाद करीब 3,000 वोटों से आगे चल रही हैं।पश्चिम बंगाल की करीमपुर, खड़गपुर सदर और कलियागंज विधानसभा सीटों पर सोमवार को वोटिंग हुई थी। पश्चिम बंगाल के उपचुनाव के नतीजे मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी के लिए काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह आखिरी उपचुनाव हैं। वहीं लोकसभा चुनाव में मुख्य विपक्ष के रूप में उभरने के बाद बीजेपी विधानसभा चुनाव के लिए यहां एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। ऐसे में यह उपचुनाव बीजेपी और टीएमसी दोनों ही दलों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गए हैं।