Breaking News

काशीपुर में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई पूर्व सांसद स्व. सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया की जयंती

@शब्द दूत ब्यूरो (13 दिसंबर 2025)

काशीपुर। शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में अमिट योगदान देने वाले पूर्व सांसद एवं शिक्षण संस्थानों के संस्थापक स्वर्गीय श्री सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया की जयंती काशीपुर में श्रद्धा, सम्मान और भावनात्मक वातावरण में मनाई गई। इस अवसर पर चन्द्रावती तिवारी कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय तथा सत्येन्द्र चंद गुड़िया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड लॉ (एस.सी. गुड़िया आईएमटी) में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए।

चन्द्रावती तिवारी कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. कीर्ति पन्त, स्व. गुड़िया जी की सुपुत्री एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय सहित समस्त स्टाफ ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर केक काटकर उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त की गई।

प्राचार्या डॉ. कीर्ति पन्त ने स्व. गुड़िया जी के सादगीपूर्ण व्यक्तित्व, उच्च नैतिक मूल्यों और समाज के प्रति उनके योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें प्रेरणास्रोत बताया। वहीं डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय ने भावुक शब्दों में अपने पिता के जीवन, संस्कारों और समाज व परिवार के प्रति उनके समर्पण को साझा करते हुए कहा कि उनका जीवन सत्य, सेवा और सरलता का प्रतीक रहा है।

इसी क्रम में बाजपुर रोड स्थित सत्येन्द्र चंद गुड़िया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड लॉ कॉलेज में भी संस्थापक स्व. सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। संस्थान के निदेशक डॉ. केवल कुमार, निदेशक प्रशासन पवन कुमार बक्शी, प्राचार्य डॉ. निमिषा अग्रवाल सहित सभी फैकल्टी एवं स्टाफ सदस्यों ने स्व. गुड़िया जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

डॉ. केवल कुमार ने कहा कि स्व. गुड़िया जी द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्य अविस्मरणीय हैं। उन्होंने सदैव दलगत राजनीति से ऊपर उठकर समाजसेवा की, इसी कारण आज भी समाज उन्हें आदर के साथ स्मरण करता है। उन्होंने यह भी कहा कि संस्थान परिवार का प्रयास है कि गुड़िया जी द्वारा लगाए गए शिक्षा रूपी पौधे को निरंतर आगे बढ़ाया जाए।

कार्यक्रम के अंत में सभी फैकल्टी एवं स्टाफ ने संस्थान और समाज के हित में कार्य करने की शपथ ली तथा मिष्ठान वितरण किया गया। दोनों संस्थानों में आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से स्व. सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया के विचारों और आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया।

Check Also

मंदिर में दर्शन को जा यात्रियों की बस खाई में गिरने से 9 श्रद्धालुओं की मौत, 22 अन्य घायल, पीएम मोदी ने शोक जताया, दो लाख की राहत मृतकों के परिजनों को देने की घोषणा

🔊 Listen to this प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस कुछ ही क्षणों में मोड़ पार …

googlesyndication.com/ I).push({ google_ad_client: "pub-