@शब्द दूत ब्यूरो (19 नवंबर 2025)
भवाली/रामगढ़। रामगढ़ महाविद्यालय में आयोजित युवा संसद कार्यक्रम ने विद्यार्थियों में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति नई ऊर्जा और जागरूकता का संचार किया। बीते दिवस महाविद्यालय के सभाागार को पूर्णतः संसद के रूप में सजाया गया, जिसमें छात्रों ने विभिन्न संसदीय भूमिकाओं को निभाते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रिया का वास्तविक अनुभव प्राप्त किया।
कार्यक्रम में कोई सभापति बना, कोई मंत्री, तो कोई प्रधानमंत्री की भूमिका में नजर आया। किसी ने विपक्ष का दायित्व संभाला तो किसी ने सदन संचालन का। सभी छात्र-छात्राओं ने अपनी भूमिकाओं को पूरी गंभीरता और सटीकता से प्रस्तुत किया।
युवा संसद के दौरान विकास, डिजिटल इंडिया, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर छात्रों ने स्पष्ट रूप से अपनी बात रखी। तर्क-वितर्क, प्रश्न-उत्तर और विचार-विमर्श का यह सिलसिला बिल्कुल वास्तविक संसद जैसा प्रतीत हो रहा था।
कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री की भूमिका निभा रही छात्रा रीता ने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं और संवाद ही लोकतंत्र की असली शक्ति है।
मुख्य अतिथि व महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर नगेंद्र द्विवेदी ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सशक्त लोकतंत्र के लिए जागरूकता, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी अनिवार्य हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. निर्मला रावत ने किया तथा संयोजिका श्रीमती नीमा पंत ने सभी का आभार जताया।
इस अवसर पर डॉ. माया शुक्ला, डॉ. संध्या गडकोटी, डॉ. हरिश्चंद्र जोशी, हरेश राम, कविंद्र प्रसाद, हिमांशु बिष्ट, कु. दीप्ति, कुंदन नाथ, गणेश बिष्ट और प्रेम भारती सहित अनेक प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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