@शब्द दूत ब्यूरो (23 अगस्त 2025)
आप आज अगर इस देश में जायेंगे तो आप को हैरानी होगी यहाँ साल 2018 ही चल रहा है। मतलब जब दुनिया भर में साल 2025 चल रहा है, तो एक ऐसा देश भी है जहां अब भी साल 2018 चल रहा है। यह कोई कल्पना नहीं, बल्कि हकीकत है। अफ्रीका का एक प्रमुख देश इथियोपिया आज भी दुनिया के बाकी हिस्सों से 7 से 8 साल पीछे अपने विशिष्ट कैलेंडर के अनुसार जी रहा है। इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर क्यों और कैसे इथियोपिया आज भी 2018 में है।
इथियोपिया दुनिया के उन कुछ गिने-चुने देशों में से एक है जिनका अपना राष्ट्रीय कैलेंडर सिस्टम है। इसे इथियोपियन कैलेंडर कहा जाता है, जो प्राचीन कॉप्टिक कैलेंडर और जूलियन कैलेंडर पर आधारित है। यह कैलेंडर ग्रेगोरियन कैलेंडर (जो वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय मानक है) से करीब 7 साल 8 महीने पीछे चलता है।
इसका मतलब यह है कि जब दुनिया में 2025 का अगस्त चल रहा है, तब इथियोपिया में अब भी 2017 का अंत या 2018 की शुरुआत चल रही होती है। इथियोपिया का नया साल हर साल 11 या 12 सितंबर को आता है, जो उनकी परंपरागत धार्मिक और खगोलीय गणनाओं पर आधारित है।
इथियोपियन कैलेंडर की सबसे रोचक बात इसकी महीनों की संरचना है। इसमें कुल 13 महीने होते हैं। पहले 12 महीने होते हैं 30-30 दिनों के।
13वां महीना, जिसे Pagumē कहते हैं, वह केवल 5 दिन का होता है (लीप ईयर में 6 दिन)। यह कैलेंडर सूर्य पर आधारित है और इसकी गणना धार्मिक ग्रंथों के अनुसार होती है।
इथियोपियन कैलेंडर में यह अंतर मुख्यतः धार्मिक मान्यताओं और ऐतिहासिक गणनाओं की वजह से है। इथियोपिया के ईसाई धर्म में माने जाने वाले यीशु मसीह के जन्म की तिथि को जूलियन कैलेंडर के आधार पर गणना की गई थी, जबकि बाकी दुनिया में प्रयुक्त ग्रेगोरियन कैलेंडर ने इसे बाद में संशोधित किया।
इस बदलाव को इथियोपिया ने कभी स्वीकार नहीं किया, और वे अपने पारंपरिक समय को ही सही मानते रहे। इसलिए आज भी उनका साल, महीना और तारीख बाकी दुनिया से अलग है।
क्या इथियोपिया बाकी दुनिया से अलग-थलग है? बिलकुल नहीं। इथियोपिया ने अंतरराष्ट्रीय संवाद, व्यापार, और डिजिटल दुनिया में ग्रेगोरियन कैलेंडर को सहायक रूप से स्वीकार किया है, लेकिन सांस्कृतिक, धार्मिक और आधिकारिक उपयोग में वे आज भी अपने कैलेंडर का ही पालन करते हैं। स्कूल, सरकारी कागजात, त्योहार, विवाह आदि सभी में इथियोपियन कैलेंडर ही इस्तेमाल होता है।
इथियोपिया का यह अलग कैलेंडर उनके सांस्कृतिक गौरव, धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक आत्मसम्मान का प्रतीक है। समय की यह भिन्न गणना उन्हें दुनिया से अलग बनाती है, लेकिन यह अंतर उनकी अनोखी पहचान भी बन गया है। यह बताता है कि समय की धारणा केवल घड़ियों और कैलेंडर से नहीं, बल्कि संस्कृतियों और मान्यताओं से भी जुड़ी होती है।
तो अगली बार जब आप कैलेंडर में तारीख देखें और सोचें कि अब 2025 चल रहा है, तो याद रखें कि इथियोपिया में शायद अभी भी 2018 ही हो। यह न केवल एक रोचक तथ्य है, बल्कि एक गहरी झलक भी देता है इस बात पर कि दुनिया में समय को देखने के नजरिए कितने विविध और विशिष्ट हो सकते हैं।
| इथियोपियन कैलेंडर | ग्रेगोरियन कैलेंडर | |
|---|---|---|
| वर्ष में महीने | 13 | 12 |
| सामान्य महीने की लंबाई | 30 दिन | 28–31 दिन |
| 13वां महीना | Pagumē (5 या 6 दिन) | नहीं होता |
| नववर्ष की शुरुआत | 11 या 12 सितंबर | 1 जनवरी |
| वर्तमान वर्ष (अगस्त 2025 में) | 2017 के अंत / 2018 की शुरुआत | 2025 |
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