@शब्द दूत डेस्क
हाल के वर्षों में बॉलीवुड और हॉलीवुड की कई जानी-मानी हस्तियों को ‘काला पानी’ पीते हुए देखा गया है। यह ‘काला पानी’ दरअसल कोई सजा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य की एक नई प्रवृत्ति है, जिसे वैज्ञानिक भाषा में एल्कलाइन ब्लैक वॉटर कहा जाता है। सोशल मीडिया, फिटनेस ब्लॉग्स और हेल्थ इंफ्लुएंसर्स की पोस्टों में जब इस पानी की चर्चा ज़ोरों पर होने लगी, तो आम जनमानस के मन में भी यह सवाल उठने लगा कि आखिर यह पानी क्या है, क्यों इतना महंगा है, और क्या वाकई यह शरीर के लिए उतना ही फायदेमंद है जितना बताया जाता है?
क्या है ‘काला पानी’?
काला पानी असल में एक प्रकार का एल्कलाइन वॉटर होता है, जिसका pH सामान्य पानी से अधिक यानी लगभग 8 से 9 के बीच होता है। इस पानी में ह्यूमिक और फुलविक एसिड जैसे प्राकृतिक तत्व घुले होते हैं, जो इसे काला रंग देते हैं। इसके अलावा इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, और अन्य खनिज तत्व मौजूद होते हैं। यह पानी बाजार में प्रायः बोतलबंद रूप में उपलब्ध होता है और इसकी कीमत सामान्य पानी की तुलना में कई गुना अधिक होती है।
सेलिब्रिटी इसे क्यों पसंद करते हैं?
सेलिब्रिटी अपने फिटनेस और सौंदर्य के प्रति अत्यधिक सजग होते हैं। उनके लिए शरीर का ऊर्जा स्तर, त्वचा की चमक, पाचन क्रिया की गति और मेटाबोलिज़्म का संतुलन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। बताया जाता है कि ब्लैक वॉटर:
शरीर को बेहतर हाइड्रेशन प्रदान करता है,
पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है,
त्वचा की गुणवत्ता में सुधार करता है,
शरीर से विषैले पदार्थ (toxins) बाहर निकालने में सहायक होता है,
ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद करता है,
हड्डियों को मजबूत बनाए रखता है।
इन कारणों से कई फिल्मी कलाकार, मॉडल और खिलाड़ी इसे अपने डेली रुटीन में शामिल करते हैं।
क्या है इसके पीछे का विज्ञान?
एल्कलाइन वॉटर को लेकर यह तर्क दिया जाता है कि यह शरीर की अम्लीयता को कम करता है, जिससे कोशिकाओं की क्रिया बेहतर होती है और ऊर्जा का स्तर बना रहता है। कुछ रिसर्च में यह भी कहा गया है कि ब्लैक वॉटर में मौजूद फुलविक एसिड शरीर के अंदर पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर बनाता है। इससे मांसपेशियों की थकान कम होती है और शरीर तेजी से रिकवर करता है।
लेकिन क्या ये दावे पूर्णत: सत्य हैं?
यहाँ एक महत्वपूर्ण बात जानना आवश्यक है — इन सभी दावों की वैज्ञानिक पुष्टि अब तक सीमित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य प्रमुख चिकित्सा संस्थानों ने ब्लैक वॉटर के स्वास्थ्य लाभों को लेकर कोई ठोस पुष्टि नहीं की है। अधिकतर अध्ययन सीमित स्तर पर किए गए हैं और दीर्घकालीन प्रभावों पर कोई विस्तृत शोध नहीं हुआ है। इसके अलावा, सामान्य रूप से स्वस्थ और संतुलित आहार लेने वाला व्यक्ति सामान्य पानी से भी पूर्ण हाइड्रेशन और पोषण प्राप्त कर सकता है।
काला पानी – फैशन या जरूरत?
ब्लैक वॉटर एक स्टाइल स्टेटमेंट बनता जा रहा है, खासकर उन लोगों के बीच जो फिटनेस को लेकर जुनूनी हैं या फिर विशिष्ट जीवनशैली अपनाना चाहते हैं। लेकिन आम लोगों के लिए इसका दैनिक उपयोग न तो आवश्यक है और न ही व्यावहारिक, क्योंकि यह आर्थिक रूप से भी महंगा है।
कुल मिलाकर, ‘काला पानी’ यानी एल्कलाइन ब्लैक वॉटर आज सेलिब्रिटीज के फिटनेस रूटीन का हिस्सा जरूर बन गया है, लेकिन आम लोगों के लिए इसे अपनाने से पहले वैज्ञानिक तथ्यों और डॉक्टर की सलाह को ज़रूर ध्यान में रखना चाहिए। सेहत का असली मंत्र सादा पानी, संतुलित भोजन, नियमित व्यायाम और सकारात्मक सोच में छुपा है – चाहे पानी काला हो या साफ, ज़रूरत शरीर की समझ के अनुसार होती है, दिखावे के अनुसार नहीं।
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