काशीपुर । चार महीने पूर्व हुये चुनावों में एक संस्था के अध्यक्ष से लोगों का मोह भंग हो गया है। यहाँ तक कि बिना अध्यक्ष को बताये संस्था के कुछ पदाधिकारियों ने गोपनीय बैठक कर ली जिससे संस्था में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि इस संस्था में एक हजार से भी कम सदस्य संख्या है हालांकि जिन लोगों के नाम पर यह संस्था बनायी गयी है उनकी संख्या 25 हजार से भी ज्यादा है। संस्था के पदाधिकारियों द्वारा सदस्य संख्या न बढ़ाये जाने और पूर्व में सदस्य रहे लोगों के नाम गायब करने को लेकर भी आक्रोश है।
पिछले दिनों हुई चुनाव प्रक्रिया के दौरान नामांकन करने वाले अधिकांश उम्मीदवारों को नाम वापसी के लिए मनाकर निर्विरोध चुनाव करा दिये गये। चुनाव होने के चार महीने बाद भी संस्था की कार्यकारिणी गठित नहीं किये जाने को लेकर भी प्रश्न चिन्ह उठने लगे हैं। स्वयं अध्यक्ष संस्था के पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर चुके हैं।
संस्था के सदस्यों का आरोप है कि पदाधिकारियों के पद की गरिमा का उल्लंघन किया जा रहा है जिससे संस्था के अस्तित्व पर सवाल उठने लगे हैं। वर्षों पुरानी इस संस्था में सदस्यों के बीच चल रहा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। अध्यक्ष के होते हुए मनमानी चल रही है। साथ ही समाज की गरिमा को भी ठेस पहुंचायी जा रही है।