@शब्द दूत ब्यूरो (26 सितंबर 2024)
ओरेया। जिलाधिकारी डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी का फरियादियों के साथ सह्रदयता का व्यवहार काफी चर्चाओं में है। हाल ही में एक फरियादी से काम के बदले उसके लाये हुए परांठों को खाकर उन्होंने जनता का दिल जीत लिया था। एक बार फिर एक वृद्धा के साथ उनके मानवीय व्यवहार पर उनकी सराहना की जा रही है।
दो दिन पहले जनता दर्शन के दौरान अपनी फरियाद लेकर एक वृद्धा जिलाधिकारी डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी के पास आई। उन्होंने बुजुर्ग महिला की फरियाद को सुना और साथ ही मानवता का परिचय देते हुए बुजुर्ग महिला को तहसील की गाड़ी से उसके गंतव्य तक पहुंचाया। औरैया जिलाधिकारी का यह रूप देखकर बुजुर्ग महिला ने उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की।
ककोर मुख्यालय में एक बुजुर्ग महिला अपनी फरियाद लेकर जिलाधिकारी के पास पहुंची तो जिलाधिकारी ने महिला की बात को सुनकर तुरंत तहसीलदार अजीतमल को उनकी समस्या का निस्तारण करने के लिए आदेश कर दिया। बुजुर्ग महिला ने बताया कि वह औरैया की तिलक नगर मोहल्ले में रहती है।
उसकी जमीन अजीतमल तहसील के अंतर्गत है। उसके परिजनों ने जमीन की खतौनी में वीणा देवी की जगह रीना देवी व पति कैलाश चन्द्र की जगह कैलाश प्रकाश दर्ज करवा दिया है जिस कारण उसे परिवरीजनों ने जमीन से बेदखल कर दिया। खतौनी में नाम संशोधन के लिए वह कई महीनों से परेशान थी और लेखपाल उसे बहाने बनाकर तहसील के चक्कर कटवा रहे थे।
जिस कारण आज वह ककोर मुख्यालय पर अपनी फरियाद लेकर जिलाधिकारी के जनता दर्शन में पहुंची थी। जिला अधिकारी औरैया ने बुजुर्ग महिला की समस्या का तुरंत निस्तारण करने का आदेश तहसीलदार अजीतमल को दिया और साथ ही उस महिला को तहसीलदार की गाड़ी से उसके घर तक पहुंचा दिया।