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उत्तराखंड :सरकारी आंकड़ों के मुताबिक आपदा में 17 की मौत , 7 हजार से ज्यादा लोगों को सकुशल बचाया गया,लापता लोगों की संख्या को लेकर भ्रामक सूचनाओं पर भरोसा न करें, रूद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक ने चेताया

@शब्द दूत ब्यूरो (03 अगस्त 2024)

देहरादून। उत्तराखंड में आपदा के चलते 17 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। राज्य में, 31 जुलाई से 2 अगस्त तक का यह आंकड़ा है। जबकि रेस्क्यू टीमों ने 7 हजार से अधिक लोगों को सकुशल बचाया भी है।

राज्य सरकार की ओर जारी आंकड़ों में उत्तराखंड में आई आपदा में ये विस्तृत जानकारी दी गई है। जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रदेश में हुई अत्यधिक वर्षा के कारण जनपद हरिद्वार में 04, चमोली में 01, रूद्रप्रयाग में 03, टिहरी गढ़वाल में 03 एवं देहरादून में 06 (कुल-17) व्यक्तियों की मृत्यु हुई।

वहीं  31 जुलाई को अतिवृष्टि से जनपद हरिद्वार में 08, देहरादून में 01 (कुल-09) व्यक्ति घायल हुए एवं जनपद नैनीताल में वर्षा/अतिवृष्टि से नाले के तेज बहाव में 07 वर्षीय बच्चा बहने से लापता हुआ।

श्री केदारनाथ धाम, लिनचोली, भीमबली, चौमासी-कालीमठ पैदल मार्ग, गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग में 02 अगस्त तक 7234 व्यक्तियों को सकुशल रेस्क्यू किया गया। शेष विभिन्न स्थानों पर फंसे व्यक्तियों का भारतीय वायुसेना के एम आई 17 तथा चिनुक हैलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू कार्य अभी जारी है।

आपदा के दौरान 31 जुलाई को हरिद्वार, चमोली, टिहरी में कुल 03 भवन, रूद्रप्रयाग एवं टिहरी में 02 पुल तथा रूद्रप्रयाग में 01 लकडी का पुल क्षतिग्रस्त हुआ है।

आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय वायुसेना के 02 हेलीकॉप्टर, राज्य के 04 हेलीकॉप्टर रेस्क्यू कार्य में लगे हैं। इसके अलावा राहत कार्यों में एन०डी०आर०एफ० की 12 टीमें, एस०डी०आर०एफ०- 60 कर्मी तथा जनपद रूद्रप्रयाग की जिला आपदा राहत दल की 26 कर्मी सम्बन्धित

प्रभावित जनपदों के पुलिस फायर एवं वन विभाग की टीमें सुरक्षा और लोगों के बचाव के लिए तैनात की गई है।

उधर पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ. विशाखा अशोक भदाणे ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 31 जुलाई 2024 की रात्रि को श्री केदारनाथ धाम यात्रा पैदल मार्ग अतिवृष्टि के चलते हुए भूस्खलन के कारण पैदल मार्ग काफी स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है। लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। काफी लोगों का बारिश के चलते व नेटवर्क न रहने के कारण उनके परिजनो से सम्पर्क नहीं हो पा रहा था, इनमें से रेस्क्यू के उपरान्त काफी लोगों का उनके परिजनो से सम्पर्क हो गया है और अधिकांश लोग अपने घर सकुशल पहुंच भी गए हैं।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कतिपय माध्यमों से ऐसी भी सूचनाएं चल रही हैं “कि इस पूरे घटनाक्रम में बड़ी संख्या लोग लापता हैं”। उन्होंने कहा कि जितने भी लोगों की सूचना पुलिस के पास है, लगभग सभी अपने घरों को पहुंच गए हैं। किसी भी तरह से अगर कोई भ्रामक सूचनाएं फैलाता है तो उस पर विश्वास न करें। अगर आपका परिजनो से सम्पर्क नहीं हो रहा है तो पुलिस से जरूर सम्पर्क करें।

जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन रुद्रप्रयाग में आपके सहयोग के लिए है। परिवार जनों से सम्पर्क न हो पाने का कारण यह है कि मौसम खराब होने व नेटवर्क की समस्या के चलते यह समस्या बनी हुई है। किसी भी प्रकार की भ्रामक सूचना से बचें।

जिला पुलिस व जिला प्रशासन के स्तर से जारी हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किये गये हैं जो इस प्रकार हैं

01364-233727, 2331077, 297878, 297879, 233387, 7579257572, 8958757335, 8078687829, 7579104738

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