@शब्द दूत ब्यूरो (11 मई 2024)
काशीपुर। प्रशासनिक कार्यवाहीक्षकी लेट लतीफी व लापरवाही से शहर में एक बड़ा हादसा होते होते बचा। गनीमत रही कि कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। अलबत्ता सरकारी संपत्ति को जरूर नुकसान हुआ।
दरअसल लक्ष्मण दत्त भट्ट राजकीय चिकित्सालय की दीवार से लगा हुआ एक बाग है। बाग में खड़े आम व जामुन के पेड़ चिकित्सालय की दीवार से लगते हुए हैं जो कि लगभग जर्जर हालत में है । ठीक वहीं पर स्व लक्ष्मण दत्त भट्ट की प्रतिमा एक पार्क में स्थापित की गई है। बीती रात एक जर्जर पेड़ पार्क की दीवार पर भरभरा कर गिर पड़ा जिससे सरकारी अस्पताल की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत यह रही कि पेड़ रात में गिरा दिन के समय वहां अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदार भी बैठते हैं। वर्ना एक बड़ा हादसा हो सकता था।
अस्पताल की ओर से प्रशासन को इस संबंध में लिखित में अवगत कराया गया। जिस पर उपजिलाधिकारी ने वन विभाग को आदेशित किया और आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा।वन विभाग के कर्मचारियों ने भी स्थलीय निरीक्षण कर इस संबंध में अपनी रिपोर्ट 7 मार्च को दे दी। रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया कि पेड़ डॉ मेहरोत्रा के निजी स्वामित्व वाली भूमि पर है इसलिए बाग मालिक की सहमति से ही पेड़ों की लापिंग की जा सकती है।
हालांकि बाग मालिक डॉ मेहरोत्रा की ओर से 24 मार्च को पेड़ों की लांपिंग के लिए अपनी सहमति दे दी थी। लेकिन उसके बाद भी स्थानीय प्रशासन की ओर से किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। प्रशासन की लेट लतीफी के चलते आखिरकार आज राजकीय चिकित्सालय में एक बड़ा हादसा होते होते रह गया।