@शब्द दूत ब्यूरो (14 मार्च 2024)
काशीपुर। एस सी एस टी शिक्षक एसोसिएशन ने प्रधानाचार्य भर्ती की विभागीय परीक्षा 2024 के लिए 11 मार्च को शासन की विज्ञप्ति में आरक्षण का पालन न किए जाने पर रोष जाहिर किया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने इस विज्ञापन की प्रतियां जलाकर अपना विरोध दर्ज किया। वहीं एसोसिएशन ने आज यहां उपजिलाधिकारी कार्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम एक ज्ञापन सौंपा जिसमें इस विज्ञापन को निरस्त कर नये सिरे से प्रधानाचार्य भर्ती का विज्ञापन जारी करने की मांग की है।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह ने छह सूत्रीय मांगों को लेकर बताया कि लोक सेवा आयोग उत्तराखंड द्वारा 692 पदों का विज्ञापन जारी किया गया है। शिक्षक एसोसिएशन पूर्व से ही इन पदों की भांति शत प्रतिशत विभागीय पदोन्नति की मांग करते आ रहा है। उत्तराखंड बनने के आद प्रधानाचार्य पदों पर यह पहली विभागीय सीधी भर्ती है इसके बाद भी इसमें एस सी एस टी ओबीसी वगों के लिए आरक्षण की व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि केंद्रीय विद्यालयों में प्रधानाचार्य की विभागीय भर्तियों में इन वर्गों को आरक्षण देय है। प्रधानाचार्य के पद हेतु वर्तमान में 55% एलटी शिक्षक और 45% प्रवक्ता पदोन्नति से प्रधानाध्यापक बनते हुए प्रधानाचार्य तक पहुचते है जबकि इसमें एलटी शिक्षकों सहित लगभग 90% प्रवक्ताओं को सीधे बाहर कर दिया गया है।
विज्ञापन में 50 वर्ष की आयु सीमा के कारण बड़ी संख्या में शिक्षक आवेदन करने से पूर्व ही बाहर हो गये है जबकि केन्द्रीय विद्यालयों में आयु सीमा की बाध्यता नहीं होती है। इसमें बी एड अनिवार्य किया गया है जबकि पूर्व में प्रवक्ता / एल टी पद हेतु बी एड की अनिवार्यता नहीं थी, इस कारण बड़ी संख्या में नॉन बी एड शिक्षक भी बाहर हो गये है।
विज्ञापन में स्नातकोतर स्तर पर 50% अंकों की बाध्यता रखी गई है जबकि सीधी भर्ती में आरक्षित वर्गों को यह छुट रहती है इस कारण 50% से कम अंक वाले शिक्षक भी बाहर हो गये है। इस विज्ञापन के मानकों के दायरे में मात्र 2005-06 बैच के 50 वर्ष से कम आयु के कुछ प्रवक्ता व 2011 बैच के प्रवक्ता आ रहे है। जिनकी संख्या माध्यमिक शिक्षा में कार्यरत कुल शिक्षकों का 10% से भी कम है इस प्रकार मात्र 10% से भी कम शिक्षकों में से विभाग के 50% पदों को भरा जाना अनुचित है।
अपनी इन्हीं मांगों को लेकर आज यहां जिला कार्यकारिणी ऊधम सिंह नगर द्वारा उपजिलाधिकारी काशीपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को ज्ञापन दिया गया और जिला कार्यकारिणी एवं सदस्यों द्वारा विज्ञापन की प्रति जलाकर रोष प्रकट किया ।
एसोसिएशन का कहना है कि यह विज्ञापन लगभग 95 फीसदी शिक्षकों के हितों के विरुद्ध है। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था व शिक्षकों के हित में उपर्युक्त विज्ञापन को निरस्त करते हुए, प्रधानाचार्य पदों पर पुर्व की भांति सेवा नियामवली 2006 के अनुसार ही विभागीय वरिष्ठता के आधार पर शत-शत पदोन्नति होनी चाहिए।
ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह जिला मंत्री नरेंद्र कुमार जिला कोषाध्यक्ष ब्रजेश कुमार विमल जिला उपाध्यक्ष भजन सिंह प्रान्तीय उपाध्यक्ष डी आर वाराकोटी प्रान्तीय सदस्य नीरज कुमार पूर्व प्रांतीय कोषाध्यक्ष चितरंजन कुमार ब्लाक अध्यक्ष जसपुर सुभाष चन्द्र सतीश गौतम राजू गौतम सुनील कुमार आदि शामिल रहे।