अल्मोड़ा । त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में दो से अधिक बच्चों वालों के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध को लेकर यहाँ की महिलायें आगे आ गई है। उन्होंने इस नियम का विरोध एक तर्क के साथ किया है। साथ ही पंचायत चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय किया है।
मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में महिला एकता परिषद की सदस्यों ने कहा कि जब वोट देने का अधिकार प्रत्येक व्यक्ति को है जो भारत का नागरिक है तो उसी नागरिक को चुनाव लड़ने से वंचित किया जाना अनुचित है। एक पद के लिए तीन बच्चों वाला अयोग्य तो दूसरे पद के लिए योग्य। यह भेदभाव क्यों? महिला परिषद की सदस्यों का कहना है कि ऐसी व्यवस्था के खिलाफ तीन बच्चे वाले सभी परिषद की महिलाओं ने निर्णय लिया है कि वो वोट का बहिष्कार कर सरकार को चेताने का कार्य करेगी। साथ ही पूरे प्रदेश में इस निर्णय के खिलाफ जनजागरूकता अभियान चलाया जायेगा।
मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में ज्ञापन में महिला एकता परिषद की बीना देवी, प्रकाश जोशी, राकेश फुलारा,कैलाश कांडपाल, हरवंश सिंह, युगल किशोर साह, दर्शन सिंह, कैलाश फुलारा मधुबाला कांडपाल, पुष्पा रावत दुर्गा बिष्ट आदि के हस्ताक्षर हैं।
एकता परिषद की सचिव मधुबाला कांडपाल का कहना है कि चुनावों को दो भागों में विभाजित कर जनप्रतिनिधित्व का सरकार द्वारा हनन किया जा रहा है। सभी तीन बच्चे वाले परिषद से जुड़े लोग अपना वोट नहीं डालेंगे। हम पूरे प्रदेश में इसके खिलाफ आवाज उठाकर लोगों को भी जागरूक करेंगे।