हरिद्वार। हरिद्वार में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। नकली नोट छापने वाले गिरोह के दो सदस्यों को सोलह हजार रुपये से अधिक सौ सौ रुपए की नकली करेंसी के साथ गिरफ्तार किया है। जबकि उनका एक साथी फरार हो गया। उनसे आईबी द्वारा पूछताछ की जा रही है।
लक्सर के सी ओ राजन सिंह ने पत्रकारों से वार्ता में बताया कि पुलिस को तुगलकपुर गांव में एक व्यक्ति द्वारा नकली नोट छापने की जानकारी मिली थी। खानपुर पुलिस ने गोपाल पुत्र राजेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौंकाने वाली जानकारी मिली। गोपाल ने बताया कि वह और उसके दो साथी नेत्रपाल उर्फ नीटू पुत्र बलवीर निवासी टांडा महतौली व नीटू पुत्र नामालूम निवासी पीतपुर (लक्सर) के साथ मिलकर नकली करेंसी छापने का काम कर रहे हैं। पुलिस ने गोपाल से मिली जानकारी के बाद नेत्रपाल को भी गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों के पास से पुलिस ने कुल 16 हजार रुपये से अधिक सौ रुपये के नकली नोट, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, छपाई में काम आने वाली स्याही, नोट पर लगने वाली राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्टैंप और करेंसी का पेपर बरामद किए हैं। मामले की सूचना पाकर हरिद्वार से आई बी की टीम भी पहुंच गई और आरोपियों से पूछताछ की। खानपुर के थानाध्यक्ष ने बताया कि फरार आरोपी नीटू की तलाश की जा रही है।
आरोपी बेहद शातिराना तरीके से नकली करेंसी छापते थे। उनके द्वारा छापे गए नकली नोटों में महात्मा गांधी के चित्र के अलावा सब कुछ असली सा लगता था। वह एडोब फोटोशॉप से सौ रुपए के नकली नोट छापते थे। यही नहीं आरोपी नोटों पर तीन ही सीरियल नंबर डालते थे।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह नकली नोट छापकर मुजफ्फरनगर की एक पार्टी को देते थे। अभी यह पता नहीं चल पाया कि आरोपी करेंसी छापने के लिए कागज और स्याही कहाँ से लेते थे। साथ ही मुजफ्फरनगर की उस पार्टी पर पुलिस शिकंजा कसने की तैयारी में है जिसे आरोपी नोट देते थे।