-विनोद भगत
पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण की तबियत को लेकर कल पूरे दिन खबरों का दौर चला। शुरुआत में उन्हें दिल का दौरा पड़ने की खबर आयी। और इस बात की चर्चा पूरे देश में सोशल मीडिया पर चलती रही। योगी और आयुर्वेद के प्रकांड पंडित के रूप में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध आचार्य बालकृष्ण को दिल का दौरा पड़ने की खबर से हलचल मच गयी। काफी देर तक यही खबरें आती रही कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा है।
लेकिन एकाएक इस मामले में नयी खबर आ गयी कि आचार्य को खाने में जहर दिया गया है। फिर खबर आयी कि फूड प्वाइजनिंग हो गयी। एक बर्खास्त कर्मचारी पर संदेह भी जाहिर किया गया कि उसने आचार्य को जहरीला पेड़ा खिलाया। पल पल बदलती इन खबरों को लेकर देश के लोग भ्रमित होते रहे कि आखिर सच्चाई क्या है।
वहीं इस मामले में यह चर्चा यह भी रही कि पूरे विश्व में योग और आयुर्वेद के लिए विख्यात पतंजलि आयुर्वेद की दवाएं प्रचलित हैं। इन दवाओं का सेवन और योग करने से दिल की बीमारी सौ फीसदी ठीक हो जाती है। ऐसा दावा पतंजलि के संस्थापक बाबा रामदेव भी करते हैं। उसी पतंजलि के एमडी को दिल की बीमारी होना एक तरह से कंपनी की साख पर प्रश्न चिन्ह तो लगाता ही है।
हालांकि आचार्य बालकृष्ण को सीने में दर्द और बेचैनी के चलते अचेत होने पर स्वयं बाबा रामदेव अस्पताल लेकर आये थे। आचार्य की स्थिति गंभीर थी वह किसी को पहचान नहीं पा रहे थे। शुरू में हार्ट अटैक मानकर इलाज किया गया। बाद में फूड प्वाइजनिंग और फिर किसी के द्वारा जहर देने की बात को लेकर बयान आने से मामला पेचीदा हो गया है।