देहरादून । राज्य में बारिश का कहर अभी थमा नहीं है। चमोली में बीती रात हुई मूसलाधार बारिश में एक मकान देखते ही देखते भरभराकर नदी में समा गया। वहीं बादल फटने से मां-बेटी समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। बीती रात से हो रही बारिश की वजह से चमोली जिले के बांजबगड़ गांव में आवासीय मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। इस मकान में रह रही मां बेटी मलबे में दब गयी और उनकी मौत हो गई। मृतकों के नाम मां रूपा देवी (35 वर्ष) व बेटी चंदा ( नौ माह) है।इसी गांव के आली तोक में नैनूराम की बेटी नौरती (21 वर्षीय) की भी मलबे में दबने से मौत होने की खबर है।
उधर चुफलागाड़ और नंदाकिनी के उफान पर आने से घाट बाजार में तीन दुकानें बह गई हैं। घाट-बांजबगड़ मोटर मार्ग पर गरणी गांव में पहाड़ी से हुए भूस्खलन के कारण दो वाहन और एक मकान मलबे में दब गया है। इसके अलावा मोख घाटी में मोक्ष नदी के उफान पर आने से कई आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए हैं। मौके पर तहसील और आपदा टीमें राहत, बचाव कार्य में जुट गई हैं। चमोली जिले में बीती रात से मूसलाधार बारिश जारी है। रुद्रप्रयाग में घने बादल छाए हैं। यहां तेज बारिश के आसार हैं। केदारनाथ में भी हल्की बारिश हो रही है। नई टिहरी और आसपास के क्षेत्रों में सुबह से बादल छाए हैं। देहरादून में भी तड़के साढ़े चार बजे से रुक-रुक कर बारिश जारी है।
वहीं मौसम विभाग ने प्रदेश के सात जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। राज्य मौसम केंद्र ने जिला प्रशासन को जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने तीन दिनों तक सात जिलों चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ, नैनीताल, पौड़ी और देहरादून में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस अवधि में पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भूस्खलन की और मैदानी इलाकों में बाढ़ की संभावना बन सकती है। मौसम विभाग ने पर्वतीय इलाकों में यात्रा करने वालों को सतर्क रहने को कहा है। राज्य सरकार को अधिकारियों से समन्वय बनाने की सलाह भी दी गई है।