हल्द्वानी ।आखिरकार हल्द्वानी के रामलीला मैदान को लेकर चलाये जा रहे आंदोलन में प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। बता दें कि नगर की प्राचीन धार्मिक संस्था श्री रामलीला कमेटी हल्द्वानी को नगर प्रशासन द्वारा ट्रस्ट बनाये जाने के विरोध मे श्री रामलीला कमेटी बचाओ संघर्ष समिति ने पिछले एक पखवाड़े से भी अधिक समय से आंदोलन चला रखा है। संतोष कबडवाल के नेतृत्व में चलाये जा रहे इस आंदोलन में धरना और आमरण अनशन के साथ ही हस्ताक्षर अभियान भी जारी है। इधर जिलाधिकारी सविन बंसल से भी इस मामले की जांच कर ट्रस्ट बनाये जाने का विरोध करते हुए आवेदन किया गया। जिलाधिकारी सविन बंसल ने इस प्रकरण की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित कर दी है। जांच समिति के अध्यक्ष अपर जिलाधिकारी प्रशासन कैलाश टोलिया के साथ इस समिति मे मुख्य कोषाधिकारी नैनीताल तथा जिला शासकीय अधिवक्ता सिविल नैनीताल को भी नामित किया गया है। जिलाधिकारी ने अपने आदेश में कहा गया है कि यह समिति किन सुसंगत नियमों/धाराओं के अन्तर्गत किन परिस्थियों मे एवं किस सक्षम अधिकारी के रिसीवर के रूप मे कार्यभार ग्रहण किया गया। श्री रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा की गई अनियमितता के फलस्वरूप धनराशि 1,37000/-रूपये के गबन सम्बन्धित समिति की संयुक्त जांच आख्या की प्रति एवं तदनुसार दोषियों के विरू़द्व कृतकार्यवाही तथा समिति के सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860, रिलीजियस वैध है अथवा नही बिन्दुओं पर जांच कर रिपोर्ट देगी। श्री बंसल ने समिति को निर्देशित किया है कि वह अपनी जांच में सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860, रिलीजियस एन्डोमैन्ट एक्ट 1843 एवं इण्डियन ट्रस्ट एक्ट 1882 के परिपेक्ष में तथा ज्ञापन/प्रार्थना पत्र पर जांच करते हुये अपनी रिपोर्ट 15 दिन के भीतर उपलब्ध करायेंगे।
Check Also
सुलगते -दहकते मणिपुर का जिम्मेदार कौन? देश के खूबसूरत राज्य की बदसूरती
🔊 Listen to this @मनोज कुमार अग्रवाल मणिपुर भारत का सबसे खूबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य से …