@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (07 सितंबर, 2021)
नासा के मार्स रोवर प्रजर्वेन्स ने अगस्त में भी चट्टानों के नमूने लेने की कोशिश की थी, लेकिन तब वो असफल रहा था। हालांकि इस बार वो मंगल ग्रह की सतह की चट्टानों के सैंपल लेने में सफल रहा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ये ऐलान किया कि उसका मंगल ग्रह की सतह पर उसका रोवर प्रजर्वेन्स पहली बार चट्टानों के नमूने लेने में सफल रहा है।
इससे उन उम्मीदों को भी बल मिला है कि नासा के अगले मार्स मिशन के दौरान एकत्र किए गए इन चट्टानों के नमूने को धरती पर लाया जा सकेगा। स्पेस एजेंसी ने एक ट्वीट किया है, जिसमें पेंसिल से थोड़ा मोटी चट्टान के नमूने को एक सैंपल ट्यूब में दिखाया गया है। ये सैंपल एक सितंबर को इकट्ठा किए गए थे, लेकिन नासा शुरुआती दौर में निश्चित नहीं था कि रोवर चट्टानों के नमूने लेकर कार्गो में रख पाया है या नहीं, क्योंकि उस वक्त रोशनी सही नहीं थी।
नई तस्वीर लेने के बाद नासा के मिशन कंट्रोल ने इसके कंटेट को वेरीफाई किया। प्रजर्वेन्स इस ट्यूब को रोवर के अंदरूनी हिस्से में डालने में सफल रहा और ताकि आगे इसका और विश्लेषण करने के साथ नई तस्वीरें भी ली जा सकें।
नासा के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेशर थॉमस जुरबुचेन ने इस सफलता की तुलना चंद्रमा से चट्टानों के नमूने पहली बार लाने से की है, जिसे अभी भी शोधकर्ता बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं। प्रजर्वेन्स के सैंपलिंग और चट्टानों के पकड़ने के सिस्टम को अंतरिक्ष में भेजा गया अब तक का सबसे जटिल मशीनरी माना गया है, जिसमें करीब 3 हजार के करीब हिस्से हैं। इसे ब्रीफकेस आकार की चट्टान के नमूने लाने की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रजर्वेन्स ने दो मीटर लंबी रोबोटिक आर्म्स का इस्तेमाल चट्टानों के नमूने इकट्ठा करने में किया। चट्टान को जकड़ने के बाद रोवर ने इसमें ड्रिल की और पांच बार नमूने लिए।