@शब्द दूत ब्यूरो (11 अगस्त 2021)
किन्नौर। पहाड़ी से गिरे मलवे की चपेट में आकर एक बस के दबने से यहां बड़ा हादसा हो गया है। करीब पचास लोग बस में सवार बताये गये हैं। हालांकि बस का ड्राइवर सही संख्या नहीं बता पा रहा है। बचाव दल मौके पर है और आठ लोगों को रेस्क्यू किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात कर हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया है।
घटनास्थल पर अभी भी मलबे में कुछ अन्य गाड़ियों के दबे होने की आशंका है। पहाड़ी पर से लगातार पत्थर गिरने के कारण बचाव अभियान तेजी से नहीं हो रहा है। जैसे ही भूस्खलन बंद होगा बचाव कार्य में तेजी लाई जाएगी। मुख्यमंत्री सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कुछ लोगों को बचाया गया है लेकिन लगातार पहाड़ी से पत्थरों के गिरने के चलते राहत व बचाव कार्य में परेशानी आ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कितने लोग फंसे हुए हैं यह नहीं बताया जा सकता है। लेकिन 50 से 60 लोग अभी भी मलबे में फंसे हो सकते हैं। सीएम ठाकुर ने बताया कि हादसे के संबंध में उनकी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी बात हुई है और उन्होंने एनडीआरएफ को भी बचाव के लिए मौके पर पहुंचने के आदेश दे दिए हैं।
उधर आईटीबीपी की टीम भी मौके पर पहुंच गई है और लोगों को बचाने में लगी है। एक छोटी गाड़ी जो मलबे में दबी हुई थी उसके ड्राइवर को बचाया गया है। बताया जाता है कि बस का ड्राइवर हादसे के बाद से सदमे में हैं और कुछ भी सही से नहीं बता पा रहा है। वह कभी उसने कभी 20 लोगों के फंसे होने की तो कभी 25 लोगों बता रहा है। घटना के दौरान बस का ड्राइवर बाहर कूद गया था। उसका कहना है कि बस में करीब दो दर्जन से अधिक यात्री हैं। बस के पीछे आ रहा एक ट्रक और कुछ अन्य वाहन भी चट्टानों की चपेट में आए गए। राहत और बचाव कार्य के लिए सेना और एनडीआरएफ को बुलाया जा रहा है, ताकि अलर्ट मोड पर और तेज गति से बचाव कार्य को आगे बढ़ाया जा सके।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किन्नौर हादसे के तुरंत बाद सीएम जयराम ठाकुर को फोन कर पूरी जानकारी ली और मदद का भरोसा दिया। पीएम मोदी ने केंद्र की ओर से सभी संभव सहायता करने का आश्वासन दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री जयराम से बात की थी। गृह मंत्री ने आईटीबीपी से स्थिति पर नजर बनाए रखने और राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।