काशीपुर नगर निगम की बैठक आज कुछ पार्षदों के बहिष्कार के बीच शुरू हुई। बहिष्कार कर रहे पार्षदों का कहना है कि नगर में प्रस्तावित अनेक कार्य लंबे समय से शुरू नहीं कराये गये हैं। बैठक में अनेक बिंदुओं पर चर्चा चली। मुख्य रूप से निगम के नये परिसीमन के बाद नगर निगम में शामिल क्षेत्रों में वाणिज्यिक करों की वसूली का प्रस्ताव पर चर्चा हुई। जिससे निगम की आय में वृद्धि होगी। निगम की खाली पड़ी भूमि पर दुकानें बनाये जाने पर भी विचार किया गया।
नगर निगम के अन्तर्गत होर्डिंग पार्किंग व जनरेटर के लिए 15 दिन के भीतर निविदाएं आमंत्रित की जायेंगी। नगर क्षेत्र में ई रिक्शा संचालन पर शुल्क व जुर्माना पर विचार हुआ। नव परिसीमन के बाद निगम में शामिल ग्राम समाज व सभा की भूमि को निगम अपने कब्जे में लेगा। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर वाहन खड़ा करने पर रोक लगाने के उद्देश्य से उन पर जुर्माना लगाने की व्यवस्था पर भी चर्चा हुई। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पार्षदों को प्रतिमाह मानदेय देने की व्यवस्था के लिए शासन को एक प्रस्ताव भेजा जाये।
इससे पूर्व निगम कार्यालय के सामने बैठक का बहिष्कार कर रहे पार्षदों ने धरना दिया। और वे बैठक में शामिल नहीं हुये। बैठक के बहिष्कार के मुद्दे पर पार्षद संघ में भी मतभेद देखने को नजर आये। बैठक में शामिल पार्षदों का कहना है कि उन्हें जनता ने वार्ड की समस्यायें हल करने के लिए चुना है। ऐसे में निगम की बैठक का बहिष्कार उचित नहीं है।