शब्द दूत डेस्क
अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि पर 14 साल पहले हुये आतंकी हमले में आज फैसला आने की उम्मीद है। स्पेशल कोर्ट नैनी जेल में इसकी सुनवाई चल रही है। 5 जुलाई 2005 को हुये इस आतंकी हमले में दो बेगुनाह मारे गए थे। हालांकि बाद में सुरक्षा बलों ने 5 आतंकियों को जवाबी कार्रवाई में मार गिराया था।मुठभेड़ में सुरक्षाबल के कई जवान भी घायल हुयेथे।
सुरक्षा के मद्देनजर इस मामले की सुनवाई स्पेशल कोर्ट नैनी जेल में हो रही है। इसी जेल में आतंकी हमले के चार आरोपी बंद हैं। फैसले को देखते हुए अयोध्या से लेकर प्रयागराज समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। मामले की सुनवाई कर रहे स्पेशल ट्रायल कोर्ट के जज दिनेश चंद्र के समक्ष दोनों पक्षों की बहस 11 जून को पूरी हो चुकी है। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा कराए गए इस हमले में एक टूरिस्ट गाइड समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि पुलिस की जवाबी हमले में 5 आतंकवादी मार गिराए गए थे।वहीं, सीआरपीएफ और पीएसी के 7 जवान गंभीर रूप से जख्मी भी हुए थे।
मारे गए आतंकियों के पास से बरामद मोबाइल सिम की जांच से पांच अभियुक्तों आसिफ इकबाल उर्फ फारुक, मो. शकील, मो. अजीज और मो. नसीम का नाम प्रकाश में आया था। जिन्हें 28 जुलाई 2005 को और डा. इरफान को इसके पूर्व ही 22 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि इन सभी ने मिलकर हमले की साजिश रची और हथियार जुटाए थे। पूरे मामले की सुनवाई नैनी सेन्ट्रल जेल में ही बनायी गयी स्पेशल ट्रायल कोर्ट में ही की गई है।