@शब्द दूत ब्यूरो
नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र को लेकर तैयारियां जोरों पर है। ऐसा बताया जा रहा है कि ये सत्र अगस्त के तीसरे सप्ताह में आहूत किया जा सकता है। राज्यसभा सचिवालय संसद के मानसून सत्र के लिए इस महीने के तीसरे सप्ताह तक पूरी तैयारी सुनिश्चित करने के लिए जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। राज्यसभा चेयरमैन एम वेंकैया नायडु ने सारी तैयारियों को अगस्त के तीसरे सप्ताह तक पूरा करने का निर्देश दिया है।
कोरोना वायरस संकट के बीच सदन की कार्रवाई बिना किसी बाधा के चल सके इसे लेकर राज्यसभा चैंबर में 4 बड़ी स्क्रीन और इसके साथ ही राज्यसभा गैलरी में एक बड़ी और चार छोटी स्क्रीन लगाने का काम चल रहा है। इसके अलावा गैलरी में ऑडियो कंसोल और अल्ट्रावॉयलेट कीटाणुनाशक रेडिएशन का प्रयोग किया जा रहा है। इतिहास में पहली बार दोनों सदनों को जोड़ा जा रहा है। जिसके लिए ऑडियो-विज़ुअल सिग्नल के प्रसारण के लिए दोनों सदनों को जोड़ने वाले विशेष केबल लगाई जा रही है।
इसके अलावा सदन के चैंबर से ऑफिशियल गैलरी को अलग करने के लिए पॉली कार्बोनेट शीट लगाई जा रही है। 1952 के बाद से संसद के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब संसद सत्र के लिए दोनों सदनों के कक्ष (चैंबर) और गैलरी (दीर्घा) का इस्तेमाल हो रहा है। इस तरह के इंतजाम खासतौर पर सोशल डिस्टेंसिंग का सही से पालन हो सके उसको ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं।
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मानसून सत्र आयोजित करने के लिए विभिन्न विकल्पों की विस्तृत जांच के बाद दोनों सदनों के कक्षों और गैलरियों को इसके अनुरूप बनाने पर निर्णय लिया। इसके तहत राज्यसभा 60 सदस्यों को राज्यसभा के चेंबर में और 51 सदस्यों को राज्यसभा गैलरी में बैठाया जाएगा, जबकि बाकी के 132 सदस्यों को लोकसभा के चेंबर में बैठाया जाएगा।