@शब्द दूत ब्यूरो
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर लगातार परोसा जा रहा झूठ अब चिंता का विषय बनता जा रहा है। यहाँ तक कि भावनाओं को भड़काने के लिए कुछ यूजर बिना सोचे समझे ऐसी फोटो और सूचना शेयर कर रहे हैं जिसका वास्तविकता से कोई ताल्लुक नहीं है।
यहां हम बात कर रहे हैं साइकिल गर्ल ज्योति पासवान की। जो लॉकडाउन के दौरान अपने पिता को साइकिल पर बिठा कर 1200 किमी दूर अपने घर तक लायी। पूरे देश में वह चर्चा का विषय बनी। पर उसी ज्योति के साथ रेप के बाद उसकी हत्या की खबर सोशल मीडिया पर लाश की फोटो के साथ शेयर की जा रही है। साथ में यह भी कहा जा रहा है कि मीडिया इस खबर को दबा गया है। जबकि असलियत यह है कि ज्योति नाम की एक युवती की हत्या तो हुई है पर वह ज्योति दूसरी है। इस ज्योति की हत्या का आरोप एक पूर्व सैनिक और उसकी पत्नी पर लगा है।
दरअसल पूर्व सैनिक अर्जुन मिश्र के घर में एक बाग है जिसमें आम के पेड़ लगे हुए हैं। आम की चोरी के चलते अर्जुन मिश्र ने वहां तार बाड़ की थी जिसमें बिजली का करेंट छोड़ दिया था। ज्योति का शव उन्हीं बिजली के तारों से थोड़ी दूर पर मिला है।
बिहार के दरभंगा की 30 जून की यह घटना बताई जा रही है। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने अर्जुन मिश्र के घर पहुंचकर तोड़फोड़ करने के साथ उसकी पत्नी पूनम को बुरी तरह से पीटा। हंगामा भी किया गया था।एसएसपी बाबूराम भी थाने पर पहुंचे थे और समझा-बुझाकर किसी तरह मामले को शांत कराया था।
बताते हैं कि इस मामले में में कुछ स्थानीय नेताओं ने थाने का घेराव भी किया। एसएसपी बाबूराम ने लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया।
बहरहाल सोशल मीडिया पर ज्योति पासवान की हत्या को लेकर परोसे जा रहे झूठ से लोग भ्रमित हो रहे हैं। हत्या ज्योति की हुई तो है पर वह साइकिल गर्ल ज्योति पासवान की नहीं।