@शब्द दूत ब्यूरो
गैरसैंण । उत्तराखंड विधानसभा के आज से शुरू बजट सत्र में त्रिवेंद्र सरकार को सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह विरोध का सामना करना पड़ा। सदन के बाहर प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की गाड़ी के सामने कर्मचारी नेताओं ने प्रदर्शन किया तथा उनकी गाड़ी रोक ली। पुलिस प्रशासन ने बड़ी मशक्कत के बाद कर्मचारियों को वहां से हटाया। वहीं सदन के अंदर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के अभिभाषण से सत्र की शुरुआत हुई।
राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। राज्यपाल ने हंगामे के बीच ही 45 मिनट में अपना अभिभाषण पूरा किया। अभिभाषण के दौरान वेल में पहुंचने वाले विधायकों में हरीश धामी, करण मेहरा, मनोज रावत और प्रीतम सिंह शामिल थे। इन विधायकों की सुरक्षा कर्मियों से खूब धक्का-मुक्की हुई। हंगामे के बीच बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए बजट सत्र स्थगित कर दिया गया है। सत्र के अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक आदि मौजूद थे।
उधर सदन के बाहर जनरल ओबीसी कर्मचारी धरने पर बैठे रहे। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि पूरे देश और तमाम राज्यों में पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन हो रहे हैं। सरकार ने अगर इस वर्ग के लोगों को प्रताड़ित करने की कोशिश की तो यूपी के 16 लाख कर्मचारी और तमात राज्य के कर्मचारी बिना किसी सूचना के हड़ताल पर चले जाएंगे। इसकी जिम्मेदार उत्तराखंड और केंद्र सरकार रहेगी।
इससे पूर्व विधानसभा के बाहर उस समय पुुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गये जब कालाढूंगी विधायक और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के वाहन के सामने दीपक जोशी ने हंगामा किया। जिसके बाद यहां जनरल ओबीसी कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जोशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विधायकों पर दबाव बनाने के उद्देश्य से पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, अल्मोड़ा के जनरल ओबीसी कार्यकर्ता गैरसैंण (भराड़ीसैंण) पहले ही पहुंच चुके हैं।