@शब्द दूत ब्यूरो
दिनेशपुर । निकटवर्ती ग्राम मोतीपुर में महाशिवरात्रि पर आयोजित भंडारे का प्रसाद खाना दो सौ लोगों को महंगा पड़ गया। जब यह सभी लोग एक एक कर सरकारी अस्पताल पहुंचने लगे तो वहाँ अफरा-तफरी मच गई।
लेकिन जब यह पता चला कि आने वाले सभी मरीज एक ही गांव के हैं और सभी को लगातार उल्टियां हो रही है। मरीजों में अधिकांश संख्या महिलाओं और बच्चों की थी। देखते ही देखते मरीजों की संख्या बढ़कर 200 पहुंच गयी। तो अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के मद्देनजर तुरंत जिला अस्पताल से डॉक्टरों की टीम यहां बुला ली गयी। इनमें से दोपहर तक 96 मरीजों की जांच की जा चुकी थी, कुछ गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पता चला कि महाशिवरात्रि के मौके पर शुक्रवार रात को क्षेत्र के बसंतीपुर गांव में भंडारे का आयोजन किया गया था। बड़ी संख्या में ग्रामीण भंडारे में शामिल हुये।
बताया जा रहा है कि आज सुबह से दिनेशपुर स्वास्थ्य केन्द्र में पेट में तेज दर्द, उल्टी, से परेशान मरीज पहुंचने लगे। देखते देखते सुबह 11 बजे तक 200 मरीज अस्पताल आ चुके थे। यह देख अस्पताल कर्मियों के हाथ-पांव फूल गये। अस्पताल कर्मियों ने तत्काल सीएमओ डॉ. शैलजा भट्ट को सूचना दी। जिस पर उन्होंने डॉक्टरों की एक टीम को दिनेशपुर भिजवा दिया। प्रारंभ में जानकारी मिली कि सभी मरीज बसंतीपुर गांव के हैं और इन सभी ने शुक्रवार रात भंडारे में भोजन किया था। चिकित्सकों का मानना है कि फूड प्वाइजनिंग की वजह से लोगों की तबीयत खराब हुई है। अस्पताल में 96 मरीजों का उपचार किया जा चुका है। कुछ मरीजों को जिला अस्पताल भी भेजा गया है।