फर्रुखाबाद । थाना मोहम्मदाबाद के ग्राम करथरिया में बच्चों को बंधक बनाने वाले शख्स सुभाष बाथम को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। उसने बीते रोज 23 बच्चों को बंधक बना लिया था। एडीजी पीवी रामाशास्त्री ने सुभाष के मारे जाने की पुष्टि की है।सभी बच्चे सुरक्षित हैं।
पुलिस की टीम बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए पूरी रात ऑपरेशन में लगी रही। सफल ऑपरेशन करने के लिए पुलिस को 10 लाख रुपये का इनाम और टीम को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पुलिस को बधाई दी है।
40 वर्षीय सुभाष बाथम अपने मौसा मेघनाथ की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा पा चुका है। घर में चोरी की शिकायत पर उसने 2001 में मौसा की हत्या की थी। 2005 में उसे उम्रकैद हुई। 12 साल जेल में रहने के बाद हाईकोर्ट से उसे जमानत मिल गई। करीब तीन महीने पहले एसओजी ने फतेहगढ़ में हुई चोरी के आरोप में उसे जेल भेज दिया। वहां से डेढ़ माह पूर्व जमानत पर छूटा। खुद को फंसाने के शक में उसने पुलिस व ग्रामीणों से बदला लेने की योजना बनाई और बेटी के जन्मदिन के बहाने ब्च्चों को बंधक बना लिया।
डीजीपी ओपी सिंह और प्रमुख सचिव गृह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया है कि सुभाष बाथम नाम के आरोपी को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया है। एटीएस और एनएसजी की टीम के आने से पहले जब आरोपी ने जब धमकियां देनी शुरू की तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। इस दौरान आरोपी की तरफ से फायरिंग की गई।
जवाब में पुलिस की तरफ से फायरिंग में आरोपी मारा गया। कुल 23 बच्चे बचाये गए हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रात भर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे। ऐसे में पुलिस टीम को 10 लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है।
बता दें कि सुभाष बाथम ने मोहल्ले के बच्चों से कहा कि उसकी बेटी का जन्मदिन है, इस तरह उसने 20 से ज्यादा बच्चों को बुला लिया और इसके बाद दरवाजे बंद कर दिए। बाद में कुछ बच्चों के रोने की आवाज आई तो पड़ोस के लोग वहां पहुंचे। इसके बाद पड़ोसियों ने बच्चों को छोड़ने को कहा तो सुभाष बाथम ने कहा कि पहले विधायक नागेंद्र सिंह राठौर को बुलाओ, उसके बाद बच्चों को छोड़ा जाएगा।