नई दिल्ली। आयकर विभाग ने एक हजार करोड़ की अघोषित विदेशी संपत्ति का पर्दाफाश किया है। छह दिन तक चली छापेमारी के बाद आयकर विभाग के एक प्रवक्ताने बताया कि भारत होटल्स की सीएमडी ज्योत्सना सूरी और कार्गो मोटर्स के प्रवर्तकों से संबंधित आठ परिसरों की तलाशी ली गई थी।
कर चोरी के एक मामले की जांच के सिलसिले में भारत होटल्स की चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर ज्योत्सना सूरी और उनके सहयोगी के ठिकानों पर आयकर विभाग ने सोमवार को छापेमारी की थी। इतना ही नहीं उनकी करीबी सहयोगी जयंत नंदा के ठिकानों पर इनकम टैक्स के छापे भी चल रहे हैं।
जयंत नंदा, कारगो मोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और देश में टाटा मोटर्स के कमर्शियल वाहनों की सबसे बड़े डीलर्स हैं। भारत होटल्स के पास फाइव स्टार होटल्स द ललित ब्रांड भी है। दिल्ली स्थित द ललित होटल भी इसी समूह की संपत्ति है। आज से चौदह साल पहले ज्योत्सना सूरी ने साल 2006 में अपने पति ललित सूरी की मौत के बाद से इस चेन की कमान संभाली है।अधिकारियों ने बताया कि विभाग ने हॉस्पिटैलिटी समूह द्वारा 35 करोड़ रुपये की घरेलू कर चोरी का पता लगाया है। इसमें ब्लैक मनी एक्ट, 2015 के तहत व आयकर अधिनियम, 1961 के तहत कार्रवाई हो सकती है।
आज यहाँ जारी बयान में आयकर विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने 24.93 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। जिसमें नकदी में 71.5 लाख रुपये, 23 करोड़ रुपये के गहने और 1.2 करोड़ रुपये की महंगी घड़ियां शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि ये कार्रवाई केंद्र सरकार के काले धन के खिलाफ मिशन के तहत की गई है जिसमें खास तौर पर विदेशी संपत्ति शामिल है।