काशीपुर । पर्वतीय संस्कृति की मनमोहक छटा आज काशीपुर में छाई हुई है। चामुंडा मंदिर में उत्तरायणी मेला समिति के तत्वावधान में आयोजित उत्तरायणी मकर संक्रांति मेले में अल्मोड़ा से आये जय मां नन्दा देवी सांस्कृतिक समिति के कलाकारों ने परंपरागत कुमाऊँनी वाद्य यंत्रों तथा पारंपरिक लोक नृत्य से समां बांध दिया। छोलिया नृत्य का प्रदर्शन लोगों को खूब भा रहा है।
जय मां नन्दा देवी सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष चंदन बोरा के नेतृत्व में समिति देशभर में पर्वतीय लोक कला और वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन कर विलुप्त हो रही इस सस्कृति को जीवंत रखने में जुटी हुई है। भारत में एकमात्र हुड़का वादक चंदन बोरा कहते हैं कि उनका उद्देश्य पहाड़ की विलुप्त हो रही लोक कला का प्रचार-प्रसार करना है। उन्हें भारत के संस्कृति मंत्रालय से विगत पांच सितम्बर को देश के लोकवीर सम्मान प्राप्त हुआ है। सात राज्यों में से वह एकमात्र उत्तराखंड के कलाकार हैं जिन्हें यह सम्मान मिला है।
चंदन बोरा देश के अनेक विद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों को यह कला सिखा चुके हैं। शब्द दूत से एक भेंट में उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को हमारी पुरातन संस्कृति से परिचय कराना हमारा दायित्व है।