@विनोद भगत
काशीपुर । देशभर में कांग्रेस सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर कर रही है। काशीपुर में कांग्रेस का विरोध दम तोड़ता नजर आ रहा है। महानगर कमेटी (फिलहाल निवर्तमान) में भी इस मुद्दे पर दो फाड़ हो गये हैं। कांग्रेस की लाइन से हटकर महानगर कमेटी के निवर्तमान महासचिव खुलकर सीएए के समर्थन में आ गये हैं।
बता दें कि मनोज कुमार राय को महानगर कमेटी में महासचिव का दायित्व सौंपा गया था। महासचिव बनने के बाद मनोज राय लगातार अपने बयानों को लेकर पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी करते रहे। हालांकि इसके पीछे मनोज राय के अपने तर्क हैं। उन्होंने पार्षद का चुनाव लड़ा था। आरोप है कि कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने उस वक्त अपने इस महासचिव के विरोध में विपक्षी प्रत्याशी को समर्थन दिया था। इसकी शिकायत करने पर महानगर कमेटी ने उनके आरोपों को दरकिनार कर दिया था।
इसके बाद मनोज राय ने महानगर कमेटी के कुछ नेताओं के विरूद्ध खुलकर मोर्चा खोल दिया। इधर सीएए को लेकर मनोज राय खुलकर कांग्रेस की लीक से हटकर मुखर तरीके से सीएए का समर्थन में आ गये। पर स्थानीय कांग्रेस नेतृत्व की ओर से सब कुछ जानते हुए भी मनोज राय के सामने विवश नजर आ रही है।
पिछले दिनों भाजपा सांसद अजय भट्ट के काशीपुर आगमन पर सीएए के समर्थन में आयोजित रैली और जनसभा में शिरकत कर मनोज राय ने स्थानीय कांग्रेस नेतृत्व को खुली चुनौती दे डाली। पार्टी में रहकर खुलकर पार्टी के विरोध पर भी स्थानीय कांग्रेस नेताओं की खामोशी प्रश्न खड़े करती हैं। आखिर राष्ट्रीय स्तर की पार्टी कांग्रेस के स्थानीय नेता अपने ही नेता के आगे विवश क्यों है?