काशीपुर । नगर निगम के एक पार्षद पर निगम के नाम पर पच्चीस हजार रुपये हड़पने का आरोप लगने से हड़कंप मच गया है। हालांकि पार्षद ने इस आरोप को गलत बताया है। ग्राम खड़कपुर देवीपुरा निवासी किशन 30 दिसंबर को अपनी ट्रैक्टर ट्राली में मानकों के अनुसार रेता बजरी लेकर बिक्री करने मुरादाबाद रोड की ओर जा रहा था। इस दौरान रास्ता भूलने पर वह गलत रास्ते पर चला गया। वहां बने नाले की स्लैब में जैसे ही उसने ट्रैक्टर ट्रॉली उतारी तो स्लैब टूट गई।
स्लैब टूटने की बात सुनकर पार्षद मौके पर पहुंच गये और जानबूझकर स्लैब तोड़ने का आरोप लगाते हुए जेल भिजवाने की धमकी देने लगे। माफी मांगने पर भी वह नहीं माने और केस से बचने के एवज में 25 हजार रुपये और ट्रॉली में रखा रेता बजरी उतरवा लिया। किशन ने मेयर को दिये प्रार्थना पत्रमें कहा कि पार्षद ने उससे वसूली गई रकम निगम में जमा करने की बात कहकर उसे भगा दिया। अगले दिन पार्षद ने कहा कि रुपये निगम में जमा करा दिये हैं, लेकिन जानकारी हुई कि कोई रकम जमा नहीं करायी गयी है। किशन ने कहा कि उससे स्लैब अनजाने में टूटी है, जिसका भुगतान भी पार्षद को करा दिया गया है। ट्रैक्टर चालक ने माल समेत कुल रकम 45 हजार रुपये निगम में जमा कराकर न्याय दिलाने की गुहार लगायी।
इस मामले को लेकर बीते रोज देर शाम दोनों पक्ष बांसफोड़ान चौकी पहुंच गये। पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया कि स्लैब टूटी थी तो निगम रुपये लेता। पार्षद को रुपये लेने का कोई अधिकार नहीं है। वहीं पार्षद ने रुपये लेने की बात से इंकार किया है। एसआई दीपक जोशी ने बताया कि दोनों पक्षों से पूछताछ कर मामले की जांच की जा रही है।