देहरादून/बाजपुर । कैब को लेकर उत्तराखंड के कुछ संगठनों ने आज अपना विरोध जताया। देहरादून में विभिन्न जन संगठनों ने पीपुल्स फोरम के आह्वान पर जामिया में हुई हिंसा और नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में गांधी पार्क में धरना दिया। 19 दिसंबर को रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खान और रौशन सिंह के शहादत दिवस पर वामपंथी पार्टियों व जनवादी संगठनों के आह्वान पर प्रातः 11 बजे से इस मामले पर गांधी पार्क,देहरादून में धरना होगा।
उधर बाजपुर और केलाखेडा में भी सीएबी ओर जामिया प्रकरण के विरोध में केलाखेड़ा से दर्जनों मुस्लिम युवा एसडीएम ऑफिस पहुंच राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। मुस्लिम समुदाय के युवाओं में भारत सरकार सीएबी क़ानून पास होने के बाद आक्रोश है ।
पूर्वोत्तर के बाद अब सीएबी के विरोध में उधम सिंहः नगर के केलाखेड़ा के मुस्लिम समुदाय के लोग भी उतर आये हैं। इन लोगों ने बिल के विरोध में एसडीएम कोर्ट बाजपुर में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौपा ।केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन बिल पारित करने के बाद से पूर्वोत्तर राज्यों से जारी हुआ इसका विरोध अब उधम सिंह नगर में भी पहुंच गया है। मुस्लिम समाज के दर्जनों युवक एकजुट होकर एसडीएम कोर्ट पहुंचे जहां पर इन लोगों ने सीएबी के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जामिया में राजनीतिक ताकतों द्वारा इन्हें भड़का ओर उनका ग़लत इस्तेमाल किया जा रहा है।
देश में नागरिकता का आधार मानवता होना चाहिये धर्म नहीं। कहा कि देश भर में चल रहे विरोध से पूरा समाज चिंतित है कि कहीं सीएबी कानून हमारी एकता को खंडित न कर दे। इन लोगों ने इस बिल को तुरंत निष्क्रिय करने की मांग की है। वहीं दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में दिल्ली पुलिस द्वारा यूनिवर्सिटी के छात्राओं पर बर्बरता की निंदा करते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही। प्रदर्शन करने वालों में इमरान कुरैसी, शफी अहमद,बब्लू मेहेर, मो आसिम,दानिश अंसारी,समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।