@शब्द दूत ब्यूरो (17 दिसंबर 2025)
देहरादून/कालसी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद हरिपुर–कालसी (देहरादून) स्थित ऐतिहासिक जमुना घाट के निर्माण कार्य ने तेज़ रफ्तार पकड़ ली है। बीजेपी के घोषणा पत्र में शामिल यह महत्वाकांक्षी परियोजना उत्तराखंड का पहला समर्पित जमुना घाट प्रोजेक्ट है, जिसे धार्मिक तीर्थ स्थल के रूप में पुनः स्थापित किया जा रहा है।
करीब एक किलोमीटर लंबे इस भव्य घाट को उत्तराखंड में जमुना नदी के पहले घाट का दर्जा प्राप्त होगा। इसके निर्माण के बाद हजारों तीर्थयात्री यहां मां जमुना में स्नान कर सकेंगे और धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कर पाएंगे।
उल्लेखनीय है कि हरिपुर जमुना घाट प्राचीन काल में एक प्रमुख तीर्थ स्थल हुआ करता था, जो वर्षों पूर्व आई प्रलयकारी बाढ़ में नष्ट हो गया था। इस ऐतिहासिक तीर्थ को पुनः स्थापित करने का संकल्प मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लिया और भव्य शिलान्यास कार्यक्रम के साथ घाट निर्माण की शुरुआत कराई गई।
इस परियोजना की कार्यदायी संस्था एमडीडीए (MDDA) है, जो मुख्यमंत्री के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की देखरेख कर रही है। निर्माण कार्य तय मानकों के अनुरूप तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
हरिपुर–कालसी क्षेत्र का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व अत्यंत प्राचीन है। यह स्थल कृष्ण कालखंड, सम्राट अशोक द्वारा स्थापित शिलालेख, तथा गुरु गोबिंद सिंह के बाल्यकाल के युद्ध प्रशिक्षण से भी जुड़ा रहा है। इसके अतिरिक्त, जमुना तट पर स्थित सदियों पुराने अश्वमेघ यज्ञ स्थल आज भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की देखरेख में सुरक्षित हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान:
“हमारी सरकार हरिपुर जमुना घाट को एक धाम के रूप में विकसित करने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। यह परियोजना हमारी घोषणा सूची में शामिल है। घाट का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किया जाएगा, जो जौनसार-बावर क्षेत्र और कृष्ण-जमुना भक्ति में विश्वास रखने वाले लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र बनेगा।”
हरिपुर जमुना घाट का निर्माण न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि जौनसार-बावर क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को भी नई ऊंचाई प्रदान करेगा।
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