@शब्द दूत ब्यूरो (08 दिसंबर 2025)
उधम सिंह नगर। जिले के हरिपुरा जलाशय गूलरभोज क्षेत्र में सिंचाई विभाग की सरकारी भूमि पर लंबे समय से हो रहे अवैध कब्जों और धार्मिक ढाँचों के निर्माण का मामला सामने आया है। अधिकारियों के अनुसार बाहरी राज्यों से आए कुछ लोगों द्वारा भूमि पर अवैध रूप से बसावट बढ़ाए जाने और धार्मिक संरचनाएँ खड़ी किए जाने की शिकायतें प्राप्त हुई थीं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मामले की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने जिलाधिकारी को तत्काल सर्वे और जांच के निर्देश दिए। निर्देशों के बाद डीएम नितिन भदौरिया की देखरेख में अपर जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र और ऋचा सिंह के नेतृत्व में सर्वे कराया गया। सर्वे में सरकारी भूमि पर कब्जे और धार्मिक संरचनाओं के अवैध निर्माण की पुष्टि हुई।
डीएम के आदेश पर प्रशासन, पुलिस और सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम ने आज क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए कुल 60 नोटिस जारी किए, जिनमें 4 धार्मिक ढाँचे भी शामिल हैं।
एडीएम पंकज उपाध्याय ने बताया कि नोटिस पर 15 दिन के भीतर जवाब नहीं मिलने पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि हरिपुरा जलाशय क्षेत्र में प्रथम चरण में 1.13 हेक्टेयर भूमि से अतिक्रमण हटाया जा चुका है। जबकि द्वितीय चरण में 2.45 हेक्टेयर भूमि से अतिक्रमण हटाया जाना बाकी है।
अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि बाहरी राज्यों से आए कुछ लोगों द्वारा अवैध ढंग से धार्मिक संरचनाएँ बनाकर धीरे-धीरे बसावट बढ़ाने का प्रयास किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि,
“यूपी से सटे जिलों में जनसंख्या असंतुलन और अवैध बसावट के मामलों पर सरकार अत्यंत गंभीर है। सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि निर्धारित समय सीमा के बाद कठोर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा और सरकारी भूमि को पूर्ण रूप से मुक्त कराया जाएगा।
Shabddoot – शब्द दूत Online News Portal
