@शब्द दूत ब्यूरो (11 नवंबर 2025)
रामगढ़/भवाली। राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ में करियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ के तत्वावधान में ‘योग में करियर की संभावना’ विषय पर एक प्रभावी कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता योग प्राध्यापिका सुश्री तनुजा जोशी ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा, विचार, संस्कृति और मस्तिष्क के विकास में योग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। योग न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का आधार है, बल्कि सामाजिक और आध्यात्मिक विकास का भी सशक्त माध्यम है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में आत्महत्या, नशा और बेरोजगारी जैसी चुनौतियों के समाधान में योग एक बेहतर विकल्प बनकर उभर रहा है। आज योग में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स से लेकर शोध स्तर तक अनेक अवसर उपलब्ध हैं। तीन माह से लेकर तीन वर्ष तक के विभिन्न कार्यक्रम विश्वविद्यालयों में सुव्यवस्थित तरीके से संचालित किए जा रहे हैं। इन पाठ्यक्रमों की जानकारी युवाओं को करियर निर्माण में सहायक हो सकती है। योग स्वरोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देता है और स्वास्थ्य संरक्षण की संकल्पना को मजबूत बनाता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्रभारी प्राचार्य डॉ. माया शुक्ला ने कहा कि वर्तमान समय की मांग योग है और इसे तनाव प्रबंधन का अत्यंत प्रभावी माध्यम बताया।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. हरीश चंद्र जोशी के साथ डॉ. संध्या गडकोटी, डॉ. निर्मला रावत, डॉ. नीमा पंत, डॉ. हरेश, कुंदन, गणेश, कमलेश और प्रेम भारती आदि ने आयोजन में विशेष सहयोग प्रदान किया।
इस अवसर पर आयोजित मेहंदी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान गीतांजलि ने हासिल किया। द्वितीय स्थान संयुक्त रूप से रीता और दिव्या नेगी को मिला, जबकि तृतीय स्थान निशा कुंवर और अंजलि ने प्राप्त किया।
रंगोली प्रतियोगिता में गौरव और प्रियांशु की टीम प्रथम रही। दिव्या नेगी, दीपशिखा, माही और ललिता की टीम दूसरे स्थान पर रही, जबकि अमित और सारांश की टीम तीसरे स्थान पर रही।
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