मुंबई। सुप्रीम कोर्ट के आज के फैसले के बाद महाराष्ट्र के तीन दिन के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता नरेंद्र फडणवीस ने अपना इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार उनसे पहले ही अपना इस्तीफा दे चुके हैं। इस प्रकरण से भाजपा की महाराष्ट्र में बड़ी किरकिरी हुई है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को सबसे बड़ पार्टी बनाया। हमने शिवसेना के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा लेकिन दुर्भाग्य है कि शिवसेना ने बार्गेनिंग की। मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा से कोई बात तय नहीं हुई थी । जो तय नहीं हुआ उसे हमारे ऊपर लाद दिया गया। इसलिए हमने इंकार कर दिया। फडणवीस ने कहा कि वह मातोश्री से बाहर निकलकर एन सीपी और अन्य दलों से बात कर रहे थे।
राज्यपाल ने सबको मौका दिया पर कोई दल नंबर नहीं जुटा पाया । तब राष्ट्रपति शासन लगाया गया। तीन अलग अलग विचारधारा की पार्टी का एक ही कार्यक्रम था वह था कि भाजपा को सत्ता से बाहर रखा जाये। एन सी पी के नेता अजीत पवार हमारे पास आये और तब हमने उनके द्वारा दी गयी सूची के आधार पर सरकार बनायी। अब अजीत पवार ने जब इस्तीफा दे दिया तो हमारे पास नंबर नहीं है। और हमने तय किया कि हम हार्स ट्रेडिंग करने की जगह इस्तीफा देंगे। इसलिए मैं यहाँ से राज्यपाल के पास जाकर अपना इस्तीफा दे रहा हूं। हम एक प्रभावी विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।