@शब्द दूत ब्यूरो (28 सितंबर 2025)
उत्तरकाशी में पिछले एक सप्ताह से लापता चल रहे वरिष्ठ पत्रकार राजीव प्रताप का शव बरामद हो गया है। राजीव प्रताप दैनिक उत्तराखण्ड लाइव के जरिए बेबाक और निर्भीक पत्रकारिता की पहचान बने थे। भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं को उजागर करने के कारण उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं। परिजनों का आरोप है कि इन धमकियों की वजह से ही उनके साथ यह दर्दनाक घटना हुई है।
राजीव प्रताप की पत्नी मुस्कान के मुताबिक हाल ही में उन्होंने उत्तरकाशी जिला अस्पताल की बदहाल व्यवस्था का वीडियो जारी किया था। वीडियो में अस्पताल की दीवारों पर दरारें, दवाइयों की कमी और मरीजों की दयनीय हालत को उजागर किया गया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद उन्हें वीडियो हटाने की धमकियां दी जाने लगीं। लेकिन राजीव ने सख्ती से इंकार कर दिया। परिजनों को संदेह है कि यही कारण उनकी मौत के पीछे हो सकता है।
वरिष्ठ पत्रकार की मौत की खबर से उत्तराखंड मीडिया जगत में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजीव प्रताप के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की और घटना की गहन एवं निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने भी शोक व्यक्त करते हुए परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है।
इस घटना ने एक बार फिर प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शब्द दूत परिवार की ओर से मृतक पत्रकार के निधन पर शोक व्यक्त किया गया।
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