प्रिंसिपल ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि संदेश गलती से भेज दिए गए और उन्होंने दवा लेने में चूक की थी, जिसके कारण उन्हें समस्या हुई।
@शब्द दूत ब्यूरो (28 सितंबर 2025)
नर्मदापुरम में एक विचलित करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक 50 वर्षीय स्कूल प्रिंसिपल सुरेश श्रीवास्तव पर एक महिला शिक्षक को “I Love You” मैसेज भेजने और दुर्व्यवहार करने का आरोप है।
शिक्षिका ने पिपारिया बीईओ और जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) को 17 सितंबर को लिखित शिकायत दी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल ने व्हाट्सऐप पर कई आपत्तिजनक संदेश भेजे। उन्होंने बताया कि उन्होंने उसे कहा कि वह “पिता-समान” हैं, लेकिन प्रिंसिपल ने इसका आदर न करते हुए दबाव बनाना जारी रखा।
शिकायत मिलने पर DEO ज्योति प्रहलादी ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की, जिसमें आसपास के स्कूलों की प्रिंसिपल शामिल थीं। टीम ने 13 शिक्षकों के बयान दर्ज किए। जांच में यह तथ्य सामने आया कि इस महिला शिक्षिका के अलावा 8 अन्य महिला शिक्षक भी समान प्रकार की शिकायतें दर्ज कर चुकी हैं।
प्रिंसिपल ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि संदेश गलती से भेज दिए गए और उन्होंने दवा लेने में चूक की थी, जिसके कारण उन्हें समस्या हुई।
जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर उनकी निलंबन की अनुशंसा जनरल डायरेक्टर स्तर को भेजी है। निर्णय जल्द लिया जाना है।
इस घटना ने शिक्षण संस्थानों में स्त्री-कर्मचारियों की सुरक्षा, शक्ति संतुलन और शासकीय जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। समिति को यह देखना होगा कि आरोप कितने सही हैं और अगर दोष सिद्ध होते हैं, तो शिक्षा विभाग को सख्त कदम उठाना चाहिए ताकि अन्य शिक्षकों को ऐसा व्यवहार करने की हिम्मत न हो।
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