@शब्द दूत ब्यूरो (25 सितम्बर 2025)
देहरादून/हरिद्वार। उत्तराखंड में 21 सितंबर को आयोजित यूकेएसएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा में पेपर लीक प्रकरण लगातार गहराता जा रहा है। शासन और पुलिस दोनों स्तरों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
शासन द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि हरिद्वार जनपद के परीक्षा केंद्र-आर्यभट्ट इंटर कॉलेज, बहादराबाद में एक अभ्यर्थी द्वारा प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर बाहर भेजने का मामला सामने आया। शासन ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए केंद्र पर तैनात अधिकारियों एवं कार्मिकों को जिम्मेदार ठहराया है। कार्मिक विभाग की संस्तुति पर शासन ने संबंधित अधिकारियों/कार्मिकों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। साथ ही परीक्षा केंद्र हेतु सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात परियोजना निदेशक, जिला ग्राम विकास अभिकरण हरिद्वार, के. एन. तिवारी को भी अपने दायित्वों में लापरवाही बरतने का दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश जारी किए गए हैं।
इधर पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस प्रकरण के मुख्य आरोपी खालिद को रायपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले उसकी बहन साबिया को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। तफ्तीश में आरोपी ने बताया कि वह परीक्षा शुरू होने से एक दिन पहले यानी 20 सितंबर को चोरी-छिपे परीक्षा केंद्र में पहुंचा था और वहाँ एक मोबाइल फोन छुपाकर रख आया था। परीक्षा के दिन उसी फोन से प्रश्नपत्र की तस्वीरें खींचकर खालिद ने अपनी बहन साबिया को भेजीं। साबिया ने ये तस्वीरें टिहरी जिले में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन तक पहुँचाईं ताकि उनसे प्रश्नों के उत्तर मिल सकें।
पुलिस के अनुसार, सुमन को शक होने पर उसने तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दीं, जिसके बाद मामला तेजी से फैला। गिरफ्तारी के डर से मुख्य आरोपी खालिद दिल्ली भाग गया था, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया। उससे लगातार पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने मामले की गहराई से जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है। एसआईटी जल्द ही एक आधिकारिक ईमेल आईडी और टोल-फ्री नंबर जारी करेगी, ताकि कोई भी व्यक्ति इस मामले से संबंधित जानकारी साझा कर सके।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक और बड़ी गुत्थी खड़ी कर दी है कि आखिर परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगे होने के बावजूद प्रश्नपत्र की तस्वीरें बाहर कैसे भेजी गईं। पुलिस का कहना है कि तकनीकी पहलुओं की भी जांच की जा रही है और हर एंगल से मामले की तह तक पहुँचा जाएगा।
शासन स्तर पर अधिकारियों पर गाज गिराई जा रही है तो पुलिस स्तर पर मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पेपर लीक की परतें खुल रही हैं। अब नजरें एसआईटी की जांच पर टिकी हैं, जिससे आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे होने की संभावना है।
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