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अवैध नर्सिंग होम में दो नवजातों की मौत, सीएमओ का अमानवीय बयान, एक बच्चा मर गया तो सब आ गये… देखिए वीडियो

जब जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था के सर्वोच्च जिम्मेदार अधिकारी इस तरह की संवेदनहीनता दिखाएंगे, तो आम जनता की पीड़ा कौन समझेगा? फिलहाल मामला जांच के दायरे में है, लेकिन यह साफ नहीं हो सका है कि अवैध नर्सिंग होम का संचालन कौन कर रहा था और वहां इलाज किस डॉक्टर की देखरेख में हो रहा था।

@शब्द दूत ब्यूरो (13 सितंबर 2025)

गोंडा जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अमानवीयता का एक शर्मनाक चेहरा सामने आया है। शहर के बीचों-बीच अवैध रूप से संचालित एक नर्सिंग होम में एक ही घंटे के भीतर दो नवजात शिशुओं की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और नर्सिंग होम को सील कर दिया।

जानकारी के अनुसार, कटरा बाजार निवासी विनय सिंह की पत्नी ने 1 सितंबर को सीएचसी में बच्चे को जन्म दिया था। नवजात की हालत बिगड़ने पर उसे जिला महिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जगह न होने की बात कहकर रेफर कर दिया गया। इसके बाद दलालों और अज्ञात कर्मचारियों के कहने पर परिजन बच्चे को जानकी नगर स्थित इस अवैध नर्सिंग होम ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसी तरह सतई पुरवा निवासी मोहित की पत्नी ने 5 सितंबर को जिला महिला अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। बीमार होने पर उसे भी इसी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, लेकिन वह भी बच नहीं सका।

एक ही घंटे में दो मासूमों की मौत से पूरे शहर में सन्नाटा फैल गया। इस बीच, जिला मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) रश्मि वर्मा के संवेदनहीन बयान ने आक्रोश को और बढ़ा दिया। उन्होंने कहा – “एक बच्चा मर गया तो उसके लिए सब आ गए, हजार जिंदा हैं लड्डू खाने चाहिए।” इस अमानवीय टिप्पणी ने दोनों परिवारों सहित पूरे गोंडा को झकझोर कर रख दिया है।

गौरतलब है कि रश्मि वर्मा पर इससे पहले भी जिले के सातों विधायकों ने भ्रष्टाचार और मनमानी के गंभीर आरोप लगाए थे। अब सवाल उठ रहा है कि जब जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था के सर्वोच्च जिम्मेदार अधिकारी इस तरह की संवेदनहीनता दिखाएंगे, तो आम जनता की पीड़ा कौन समझेगा? फिलहाल मामला जांच के दायरे में है, लेकिन यह साफ नहीं हो सका है कि अवैध नर्सिंग होम का संचालन कौन कर रहा था और वहां इलाज किस डॉक्टर की देखरेख में हो रहा था।

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