मुंबई। महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक उलटफेर से शिवसेना, शरद पवार और कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। एनसीपी के नेता अजीत पवार ने बीजेपी को समर्थन देकर महाराष्ट्र के नए डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली। वहीं बीजेपी ने एक बार फिर देवेंद्र फड़णवीस के नेतृत्व में सरकार बना ली। सरकार बनाने और उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश में जुटी शिवसेना की तरफ से भी इस पर पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पार्टी नेता संजय राउत ने अजीत पवार को निशाने पर लिया।
संजय राउत ने कहा, ‘अजीत पवार ने जो धोखा किया और पीठ में खंजर घोंपा है, उसका शरद जी से कोई संबंध नहीं है। वे जिंदगीभर तड़पेंगे और कभी शिवाजी महाराज का नाम लेंगे तो जनता उन्हें माफ नहीं करेंगे। आधी रात को डाका डाला गया है। यह महाशय बीती शाम तक बैठक में साथ थे, वे बैठक से अचानक गायब हुए। नजरों से नजर मिलाकर नहीं बोल रहे थे। उन्हें देखकर शक हुआ था, वो पाप करने वाले व्यक्ति की तरह झुकी हुई नजरों से बातचीत कर रहे थे।’
बीजेपी पर भड़के राउत ने कहा, ‘बीजेपी ने जिस तरह से राजभवन से शक्तियों का दुरुपयोग किया वह शोभा नहीं देता। मैं मानता था कि इस राज्य के राज्यपाल एक ऐसे व्यक्ति हैं जो संस्कारी हैं, आरएसएस से आए हैं और कानून का पालन करेंगे। लेकिन अंधेरे में व्यभिचार होता है, पाप होता है, यह गलत है। यह छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र की बदनामी है।’
बता दें कि शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को बताया कि अजीत पवार ने एनसीपी को तोड़ दिया है। राज्यपाल ने देवेंद्र फड़णवीस को 30 नवंबर तक बहुमत साबित करने का वक्त दिया है।