सोमवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे तीनों बच्चों के शव घर के पास ही एक खाली पड़े प्लॉट में मिले। शव देखकर परिजन बेसुध हो गए। महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सूचना मिलते ही ग्रामीण भी घटनास्थल पर पहुंच गए और आक्रोशित होकर चौकी पर हंगामा किया।
@शब्द दूत ब्यूरो (04 अगस्त 2025)
मेरठ जनपद के सिवालखास कस्बे से सोमवार सुबह दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। रविवार दोपहर से लापता चल रहे तीन मासूम बच्चों के शव उनके घर के पास ही स्थित एक खाली प्लॉट में मिले। शव मिलते ही पूरे कस्बे में कोहराम मच गया। परिजनों की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया, वहीं ग्रामीणों ने चौकी पर हंगामा करते हुए हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
जानकारी के अनुसार, कस्बा सिवालखास वार्ड एक निवासी श्रीचंद्र के पुत्र जितेंद्र की सात वर्षीय पुत्री मानवी, मोनू का आठ वर्षीय पुत्र शिवांश और हिम्मत का आठ वर्षीय पुत्र ऋतिक रविवार सुबह करीब 10 बजे घर के बाहर खेल रहे थे। दोपहर तक जब तीनों बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया। घर, गली और आसपास के क्षेत्र में काफी तलाश करने के बाद भी बच्चों का कोई सुराग नहीं मिला।
परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई तो उन्होंने ग्रामीणों के साथ पूरे कस्बे में खोजबीन शुरू कर दी। अनाउंसमेंट कराकर जानकारी फैलाई गई और खेतों से लेकर अन्य गांवों तक बच्चों की तलाश की गई। देर रात पुलिस को भी सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस ने बच्चों की खोज शुरू की।
सोमवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे तीनों बच्चों के शव घर के पास ही एक खाली पड़े प्लॉट में मिले। शव देखकर परिजन बेसुध हो गए। महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सूचना मिलते ही ग्रामीण भी घटनास्थल पर पहुंच गए और आक्रोशित होकर चौकी पर हंगामा किया।
पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। क्षेत्राधिकारी (सीओ) सरधना आशुतोष कुमार ने बताया कि घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है। बच्चों की मौत का कारण जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। फिलहाल सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है।
घटना से पूरे सिवालखास क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। लोग स्तब्ध हैं कि तीन मासूम बच्चों की इस तरह मौत कैसे हो गई। परिजनों की पीड़ा शब्दों में बयान नहीं की जा सकती। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है ताकि दोषियों को जल्द सजा मिल सके।
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