Breaking News

कवि कुमार विश्वास का ट्रंप को करारा जवाब, बोले– भारत अब धमकियों से डरने वाला नहीं, अपनी तेल चटाई कहीं और ले जाओ

@शब्द दूत ब्यूरो (01 अगस्त 2025)

नई दिल्ली। कवि और राजनीतिक टिप्पणीकार डॉ. कुमार विश्वास एक बार फिर अपने बेबाक अंदाज में चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को निशाने पर लिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर किये गए अपने एक ताजा पोस्ट में विश्वास ने दो टूक शब्दों में कहा कि ट्रंप को भारत के बारे में जो सलाह दी गई है, वह पूरी तरह गलत और भ्रामक है।

कुमार विश्वास ने लिखा—

> “राष्ट्रपति ट्रंप के जो भी सलाहकार हैं वे उन्हें भारत के बारे में दो सलाह ग़लत दे गए। पहली तो यह कि ये संघर्ष और चुनौती को अपने अंतिम आदमी तक ले जाने वाला नया भारत है और अब इसे लड़कर जीतने की धीरे-धीरे आदत सी हो गई है।”

 

उन्होंने आगे कहा—

> “दूसरे यह कि जो लोग प्रधानमंत्री @narendramodi को थोड़ा सा भी ठीक से जानते हैं, उन्हें मालूम है कि उनसे कोई भी काम धमकी देकर कोई नहीं करा सकता। उल्टे आपत्ति व चुनौती के समय तो प्रधानमंत्री मोदी की कार्यक्षमता व दक्षता सर्वोत्तम होती है।”

 

कुमार विश्वास ने अमेरिका और अन्य वैश्विक शक्तियों को भी स्पष्ट संदेश देते हुए कहा—

> “कुल मिलाकर ट्रंप समेत दुनिया के सभी दादाओं से निवेदन कि अपनी तेल-चटाई चाहे पाकिस्तान ले जाएँ या चीन, भारत के विकास व शक्ति की बीन तो यूँ ही बाजैगी।”

 

इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। कुछ यूजर्स ने विश्वास की “देशभक्ति भरी नसीहत” को सराहा तो कुछ ने इसे राजनीतिक चश्मे से देखा।

हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात पर 25% टैरिफ लगाने की बात कही थी, जिसे लेकर भारतीय राजनीति और व्यापार जगत में काफी हलचल मच गई है। ऐसे में कुमार विश्वास का यह बयान न केवल भावनात्मक स्तर पर बल्कि कूटनीतिक संकेतों के रूप में भी देखा जा रहा है। विश्वास का यह ट्वीट दर्शाता है कि भारत अब अंतरराष्ट्रीय संबंधों में आत्मविश्वास के साथ खड़ा है, और धमकियों के बजाय संवाद को प्राथमिकता देता है।

 

Website Design By Mytesta +91 8809666000

Check Also

दुखद :थाना प्रभारी ने सरकारी आवास में खुद को गोली मारकर समाप्त की जीवन लीला , पुलिस विभाग में शोक की लहर

🔊 Listen to this रात करीब 9:30 बजे गोली चलने की आवाज सुनते ही थाने …

googlesyndication.com/ I).push({ google_ad_client: "pub-