@शब्द दूत ब्यूरो (31 जुलाई 2025)
काशीपुर। हाल ही में राजस्थान के झालावाड़ में एक प्राइमरी स्कूल की छत गिरने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सभी स्कूलों में सुरक्षा मानकों की गहन समीक्षा के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके काशीपुर के ग्राम रायपुर खुर्द में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र की छत के ठीक ऊपर से हाईटेंशन विद्युत लाइन गुजर रही है।
विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक कुल 31 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, वहीं आंगनबाड़ी केंद्र में 18 नन्हें-मुन्ने बच्चे आते हैं। कुल 49 बच्चों की सुरक्षा खतरे में है, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण यह खतरा लगातार बना हुआ है।
स्थानीय अभिभावकों और ग्रामीणों का कहना है कि इस विद्युत लाइन को हटवाने के लिए कई बार संबंधित विभाग को आवेदन दिए गए हैं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक अभिभावक ने बताया कि जब उन्होंने विद्यालय प्रशासन से इस बारे में बात की तो जवाब मिला कि विभाग को पत्र दिया गया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
यह स्थिति उस समय और भी चिंताजनक हो जाती है जब हम यह जानते हैं कि हाईटेंशन लाइनें स्कूल परिसरों के ऊपर से नहीं गुजरनी चाहिए, यह नियमावली और विद्युत सुरक्षा मानकों का सीधा उल्लंघन है। फिर भी प्रशासन मौन है और बच्चों की जान दांव पर लगी हुई है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान की घटना के बाद मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से अधिकारियों को निर्देशित किया था कि स्कूल परिसरों की भौतिक स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था का परीक्षण किया जाए और खतरनाक संरचनाओं या स्थितियों को तुरंत ठीक किया जाए। लेकिन रायपुर खुर्द का यह मामला बताता है कि निचले स्तर पर निर्देशों को कितना गंभीरता से लिया जा रहा है।
अब यह देखना बाकी है कि विभाग और प्रशासन इस गंभीर लापरवाही पर कब जागता है और मासूम बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कब ठोस कदम उठाता है।
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