@शब्द दूत ब्यूरो (30 जुलाई 2025)
आज तड़के रूस के कैमचात्का प्रायद्वीप के पास एक शक्तिशाली भूगर्भीय झटका दर्ज किया गया, जिसकी तीव्रता प्रारंभिक रूप से 8.0 थी लेकिन बाद में अमेरिकी भू-वैज्ञानिक सर्वे ने इसे 8.7–8.8 तक संशोधित किया। झटके के केंद्र से लगभग 125–136 किलोमीटर दूर पेट्रोपावलोव्स्क-камचाट्स्की के पूर्व-दक्षिण-पूर्व दिशा में था, और यह केवल 19‑21 किमी की गहराई में आया था, जिससे सतही प्रभाव का खतरा अधिक था ।
इस भूकंप ने वहाँ के तटीय इलाकों में 3–4 मीटर तक की सुनामी तरंगें उत्पन्न कीं, जिससे सेवरो-कुरिल्स्क जैसे क्षेत्रों में गलियों तक पानी भर गया और एक किंडरगार्टन को नुकसान हुआ, लेकिन किसी भी प्रकार की जान-माल हानि की सूचना अभी तक नहीं मिली ।
जापान में, Japan Meteorological Agency (JMA) ने तीव्र सुनामी चेतावनी जारी करते हुए कहा कि 3 मीटर तक ऊँची तरंगें जापान के प्रशांत तट को भारी क्षति पहुँचा सकती हैं। तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से तुरंत उच्च स्थानों या सुनामी-उद्धार भवनों में जाने का निर्देश दिया गया। जापान ने करीब 9 लाख से अधिक लोगों को 133 नगर पालिका क्षेत्रों में निकासी सलाह दी है—यह विदेशी भूकंप के कारण जारी की गई पहली सुनामी चेतावनी है, साथ ही 2010 के बाद पहली बार हुआ है ।
भारत में कल 29 जुलाई को निकॉबार द्वीपसमूह (67 किमी दूर) में मास्कर 6.5 स्तरीय तेज भूकंप आया, जिसकी गहराई लगभग 10 कि.मी. थी। हालांकि जनहानि नहीं हुई और कोई सुनामी जोखिम नहीं था।
इसी समय, बंगाल की खाड़ी में 6.3 तीव्रता का दूसरा भूकंप दर्ज किया गया। इसमें भी कोई नुकसान नहीं हुआ और सुनामी की आशंका अस्वीकार की गई ।
दूसरी ओर, Pacific Tsunami Warning Center (PTWC) ने हवाइ, अलास्का, अमेरिका के पश्चिमी तट, ब्रिटिश कोलंबिया तथा ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, ईक्वाडोर, पेरू, चीन, फिलिपींस, इंडोनेशिया, गुआम जैसे देशों में भी सुनामी चेतावनी / वॉच जारी की है ।
अमरीका में हवाइ (Honolulu, Maui) तटीय इलाकों में 1–3 मीटर तक तरंगों के आने की चेतावनी के चलते ज़रूरतमंदों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया, कई इलाके खाली कराए गए, और सभी बंदरगाह क्षेत्रों में जहाजों को दूर भेजा गया। कैलिफ़ोर्निया के Cape Mendocino से Oregon सीमा तक का हिस्सा गंभीर स्थिति में था, जबकि बाक़ी पश्चिमी तट पर ट्सूनामी सलाह (advisory) जारी की गई थी। Crescent City जैसी जगहों पर विशेष सतर्कता बरती गई ।
रूस में राज्य के मंत्रियों और आपातकालीन विभागों ने इसे दशकों का सबसे तेज भूकंप बताया, और तेल और इंफ्रास्ट्रक्चर में मामूली क्षति की सूचना दी—लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है। क्षेत्र में बाद में कई शक्तिशाली अफ्टरशॉक (लगभग 7.5 तीव्रता तक) दर्ज किए गए, जिन्हें अगले महीने तक जारी रहने की आशंका जताई गई है ।
भारतीय राष्ट्रीय महासागरीय सूचना सेवा (INCOIS) ने भी स्पष्ट किया है कि इस भूकंप से भारत या हिंद महासागर क्षेत्र में सुनामी का कोई खतरा नहीं है, अतः भारतवासियों को किसी प्रकार की चिंता की आवश्यकता नहीं है ।
इस प्रकार, 30 जुलाई 2025 को रूस के तट से दूर एक 8.7–8.8 रिच्टर तीव्रता वाले भूकंप ने प्रशांत महासागर में वृहद सुनामी अलर्ट जारी कर दिए हैं। जापान, अमेरिका (हवाइ, अलास्का, पश्चिमी तट), ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने तटीय क्षेत्रों से तत्काल निवासियों की निकासी, तटीय क्षेत्रों को खाली कराने, और सुनामी सुरक्षा निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया है। स्थिति अब भी विकसित हो रही है और प्रशांत क्षेत्र के प्रभावित देशों में सतर्कता और तैयारी की आवश्यकता बनी हुई है।
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