@शब्द दूत ब्यूरो (17 जुलाई 2025)
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजिलेंस को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट प्रदान की हुई है। इसका असर, साल दर साल बढ़ते विजिलेंस ट्रैप और गिरफ्तारियों की संख्या में स्पष्ट रूप में नजर आ रहा है। यही नहीं, मजबूत साक्ष्य के आधार पर विजिलेंस गत साढ़े चार साल में 71 प्रतिशत मामलों में आरोपियों को कोर्ट से सजा दिलाने में कामयाब रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य का पदभार संभालते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई थी। इसका सीधा असर विजिलेंस की सक्रियता में देखा जा सकता है। बीते चार वर्षों में विजिलेंस ने बड़े से बड़े आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
वर्ष 2020 से अब तक विजिलेंस ने कुल 82 ट्रैप में 94 गिरफ्तारियां कीं, जिनमें 13 राजपत्रित अधिकारी शामिल हैं। साढ़े चार साल में विजिलेंस को 125 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 18 मामलों में सामान्य जांच, 25 में खुली जांच और 82 में ट्रैप की कार्रवाई की गई।
गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस द्वारा पेश किए गए ठोस साक्ष्यों और प्रभावी पैरवी से कोर्ट में सजा की दर 71% तक पहुंच चुकी है।
“हम देवभूमि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त करते हुए, सुशासन की कार्य संस्कृति विकसित करना चाहते हैं। इसी क्रम में मुख्य सेवक के रूप में कार्यभार संभालने के दिन से ही विजिलेंस को भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेड़ने के निर्देश दिए, जिसका असर अब नजर आ रहा है।” -सीएम पुष्कर सिंह धामी
भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार जारी
| वर्ष | गिरफ्तारी | निर्णय | सजा |
|---|---|---|---|
| 2021 | 07 | 02 | 02 |
| 2022 | 15 | 03 | 01 |
| 2023 | 20 | 18 | 16 |
| 2024 | 38 | 13 | 07 |
| 2025 (15 जुलाई तक) |
14 | 03 | 02 |
बड़े बड़ों को किया गिरफ्तार
- लोनिवि एई: नैनीताल में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता को ₹10 हजार रिश्वत मांगने पर गिरफ्तार।
- यूपीसीएल जेई: देहरादून में ₹15 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया।
- एलआईयू कर्मी: रामनगर में उप निरीक्षक व मुख्य आरक्षी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार।
- रोडवेज एजीएम: काशीपुर में ₹90 हजार रिश्वत लेते पकड़े गए।
- खंड शिक्षा अधिकारी: खानपुर (हरिद्वार) में ₹10 हजार की घूस लेते गिरफ्तार।
- जीएसटी सहायक आयुक्त: देहरादून में ₹75 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार।
- जिला आबकारी अधिकारी: रुद्रपुर में शराब कारोबारी से 10% रिश्वत लेते पकड़े गए।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर सतर्कता विभाग ने शिकायत दर्ज कराने के लिए टोल फ्री नंबर 1064 भी जारी किया है। साथ ही सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि अंतिम निर्णय आने तक किसी भी आरोपी को पूर्व के पद या जिम्मेदारी न सौंपी जाए। ट्रैप मामलों में अभियोजन प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश भी जारी किया गया है।
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