नई दिल्ली। फीस वृद्धि के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन के बाद जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) फिर चर्चा में है। छात्र राजनीति के गढ़ माने जाने वाले इस संस्थान को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें की जा रही हैं। आमतौर पर इसे वामपंथ का गढ़ माना जाता है लेकिन ऐसा कई बार हुआ है कि यहां लेफ्ट के अलावा निर्दलीय, फ्री थिंकर, समाजवादी और दक्षिणपंथी विचारधारा से जुड़े लोग भी छात्रसंघ में चुने गए हैं। यहां से पढ़े छात्र लेफ्ट पार्टियों में भी हैं और बीजेपी में भी। सरकार में भी हैं, विपक्ष में भी. दूसरे देशों में डिप्लोमेट भी हैं और राजनेता भी।
नोबल पुरस्कार से सम्मानित अभिजीत बनर्जी जेएनयू में पढ़ाते हैं। इस यूनिवर्सिटी को वर्ष 2017 में राष्ट्रपति की ओर से सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय का पुरस्कार मिल चुका है। यहां विदेशी छात्र भी शिक्षा ग्रहण करते हैं।
इस समय केंद्र सरकार में सबसे बड़ा महिला चेहरा निर्मला सीतारमण हैं। वो पिछले कार्यकाल में रक्षामंत्री का भी पद संभाल चुकी हैं। इस समय वित्त मंत्री हैं। उन्होंने जेएनयू से इकोनॉमिक्स में एमए किया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन में पीएचडी किया है। मोदी सरकार में मंत्री रहीं और वर्तमान में बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने जेएनयू से जर्मन भाषा की पढ़ाई की है।
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई ने यहां पर पढ़ाई की है। उन्होंने पीएचडी की है। उन्होंने अपनी बेटी का भी यहां दाखिला करवाया हुआ है। लीबिया के पूर्व प्रधानमंत्री अली जैदान भी यहां के पढ़े हुए हैं। अफगानिस्तान के मिनिस्टर ऑफ इकोनॉमी अब्दुल सैतार मुराद भी यहां पढ़ाई कर चुके हैं। एतिहाद एयरवेज के चेयरमैन अहमद बिन सैफ अल नहयान भी यहां पढ़ चुके हैं।
नीति आयोग के सीईओ सीनियर आईएएस अधिकारी अमिताभ कांत ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए किया हुआ है। रॉ के पूर्व चीफ आलोक जोशी ने यहां पढ़ाई की है। आईबी चीफ रहे सैयद आसिफ इब्राहिम भी जेएनयू से एमए हैं। बोडो उग्रवादियों की नाक में दम करने वाली आईपीएस संजुक्ता पराशर ने जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन में मास्टर डिग्री ली है।
किसी राज्य के सीएम की पहली महिला सुरक्षा अधिकारी सुभाषिनी शंकर ने यहीं पढ़ाई की। यह महिला आईपीएस (असम मुख्यमंत्री के) की सुरक्षा अधिकारी हैं।
सोशल मीडिया में छाए रहने वाले आईएएस दीपक रावत ने जेएनयू से इतिहास में एमए किया हुआ है। वो इस समय उत्तराखंड में तैनात हैं। बिहार के आईपीएस अधिकारी मनु महाराज ने जेएनयू से एन्वॉरमेंटल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन की हुई है। नीदरलैंड के राजदूत वेणु राजमणि ने यहां से इंटरनेशनल रिलेशन में एमए किया है। यही नहीं विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के डायरेक्टर अरविंद गुप्ता ने जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से पीएचडी की है।
राज्यसभा सांसद रहे एनसीपी के महासचिव डीपी त्रिपाठी जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष रहे हैं। वामपंथी नेता सीताराम येचुरी यहां से इकोनॉमिक्स में एमए किया है। प्रकाश करात यहां से पढ़े हुए हैं। बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया ने भी यहीं पढ़ाई की। दलित नेता उदित राज और अशोक तंवर भी यहां पढ़ चुके हैं। स्वराज इंडिया के प्रमुख और चुनावशास्त्री योगेंद्र यादव भी यहां पढ़ चुके हैं।