प्रयागराज । दारागंज स्थित निरंजनी अखाड़े के आश्रम में महंत आशीष गिरी की आत्महत्या की खबर सुनते ही हड़कंप मच गया। खबर है कि उन्होंने आज लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
सूचना मिलते ही एसपी सिटी, डीआईजी समेत तमाम अफसर मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए। फिलहाल कहा जा रहा है कि महंत आशीष गिरी पिछले काफी दिनों से बीमार थे। आज सुबह अचानक उन्होंने आत्महत्या कर ली।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने बताया कि रविवार सुबह 8:00 बजे उन्होंने आशीष गिरी से फोन पर बात की थी उन्हें नाश्ता के लिए मठ में बुलाया था उस वक्त आशीष गिरि ने कहा कि वह स्नान करने के बाद आ रहे है। कुछ देर बाद जब वह नहीं पहुंचे तब मठ में रहने वाले इससे शिष्य आवास पर पहुंचे। दूसरी मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा खुला था। नीचे जमीन पर बिस्तर के ऊपर खून से लथपथ आशीष गिरी जी का पार्थिव शरीर था। उनके हाथ में पिस्टल थी।
डीआईजी के पी सिंह व नरेंद्र गिरि महाराज का कहना है कि आशीष गिरी जी हाई ब्लड प्रेशर और पेट की बीमारी से परेशान थे उनका लिवर खराब हो गया था इसी से वह परेशान थे।