फर्जी खाद्य सुरक्षा अधिकारी का यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
@शब्द दूत ब्यूरो (22 अप्रैल 2025)
बरेली। ये हैरान कर देने वाला मामला है। एक शख्स पिछले 25 वर्ष से फर्जी खाद्य अधिकारी बनकर दुकानदारों से वसूली कर रहा था। असली खाद्य सुरक्षा अधिकारी को उसके बारे में अनेक बार सूचना मिली लेकिन वह पकड़ में नहीं आया।
रामप्रकाश यादव नाम का यह शख्स आखिर कैसे इतने वर्षों तक अपने इस काम को अंजाम देता रहा यह अपने आप में आश्चर्य की बात है।
जानकारी के मुताबिक बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र मे फर्जी फूड इंस्पेक्टर बनकर राम प्रकाश यादव नाम का शख्स दुकानदारों से वसूली कर रहा था । असली खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश कुमार को उसके बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थी। उन्होंने स्थानीय व्यापारियों की मदद से उसे तलाश किया तो वह एक जगह वसूली करता मिल गया लेकिन वह किसी तरह भाग निकला।
मुकेश कुमार ने उसे समझाने की कोशिश की तो उसने उन्हें उल्टा धमका दिया। आरोपी ने कहा कि वह करीब 25 साल से इसी तरह वसूली कर रहा है। वह एक बार जेल भी जा चुका है। वह अपने बारे में सोचें तो बेहतर होगा। उसे कार्रवाई से कोई फर्क नही पड़ता। आज तक कोई उसका कुछ नही बिगाड़ सका है। व्यापारियों ने इसकी शिकायत एफएसडीए के अफसरों से की।
19 अप्रैल को एफएसओ मुकेश कुमार ने रामप्रसाद यादव के खिलाफ बारादरी थाने मे तहरीर दी थी। इससे बौखलाकर पिछले सप्ताह शनिवार को रामप्रकाश अपने पुत्र अभिषेक यादव के साथ एफएसडीए ऑफिस पहुंच गया। चार-पांच लोगों के साथ एफएसडीए के अधिकारियों को जमकर हड़काया। एफएसओ हिमांशु सिंह को जान से मारने की धमकी तक दे डाली। हिमांशु सिंह ने कोतवाली में रामप्रसाद यादव, अभिषेक यादव और 4-5 अन्य लोगों के खिलाफ तहरीर दी। बारादरी पुलिस और कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। एफएसओ हिमांशु सिंह ने रामप्रसाद और अभिषेक यादव से जान-माल का खतरा जताया है। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की गुहार भी लगाई है।।