@शब्द दूत ब्यूरो (19 मार्च 2025)
रुड़की(इमरान) ।नगर निगम की तीन मार्च को हुई बोर्ड की बैठक में पत्रकारों के साथ की गई अभद्रता एवं उनको अपमानित करने की घटना के पश्चात नगर भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा ने गंगनहर किनारे स्थित प्रेस क्लब कार्यालय पहुंचकर क्षमा याचना की तथा पत्रकारों को अपना भाई बताते हुए भविष्य में ऐसी गलती ना दोहराए जाने का विश्वास दिलाया।
उन्होंने कहा कि तीन मार्च को घटित घटना से वह बहुत व्यथित हैं।मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य में वे नगर के पत्रकारों को साथ लेकर नगर के विकास को आगे बढ़ाएंगे।
विदित होकि नगर निगम बोर्ड की हुई बैठक में नगर विधायक प्रदीप बत्रा तथा मेयर अनीता अग्रवाल द्वारा पत्रकारों को कवरेज करने से रोका गया था तथा उनका घोर अपमान कर उन्हें निगम सभागार से धक्का-मुक्की कर बाहर कर दिया था। जिस पर नगर के सभी पत्रकारों ने अपना गहरा रोष प्रकट करते हुए नगर विधायक तथा मेयर का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर दिया था। हालांकि तीन-चार दिन बाद मेयर अनीता अग्रवाल तथा उनके पति व वरिष्ठ भाजपा नेता ललित मोहन अग्रवाल ने प्रेस क्लब कार्यालय पहुंचकर सभी पत्रकारों से माफी मांग घटना पर खेद व्यक्त किया था। किंतु नगर विधायक के माफी नहीं मांगने से नगर ही नहीं बल्कि पूरे जनपद के पत्रकारों में उबाल आ गया था और जिले भर में नगर विधायक प्रदीप बत्रा का पुतला फूंका गया था।
नगर के पत्रकारों का गुस्सा यही नहीं रुका,बल्कि उन्होंने काली पट्टी बांध नगर में मौन जुलूस निकाला और सुबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट,रुड़की के माध्यम से ज्ञापन भेज नगर विधायक के खिलाफ उचित कार्यवाही किए जाने की मांग की थी। आज दो दिन बाद नगर विधायक प्रदीप बत्रा के प्रेस क्लब कार्यालय पहुंचकर माफी मांगने से मामला शांत हो गया।
नगर के कुछ पत्रकारों का यह मानना है की प्रदीप बत्रा पत्रकारों को लालच देना चाह रहे थे। जिसको पत्रकारों ने ठुकरा दिया और केवल माफी की शर्त पर ही उनको प्रेस क्लब कार्यालय आने की अनुमति दी गई।
आज के घटनाक्रम से नगर में यह चर्चा खास बनी हुई है कि पत्रकारों की एकता को कोई लालच या कोई ताकत नहीं तोड़ पाई तथा पत्रकारों ने संगठित रूप से जिस साहस का परिचय दिया वह बधाई योग्य हैं।